नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के चालू वित्त वर्ष की दिसंबर, 2020 में समाप्त तीसरी तिमाही के शुद्ध लाभ में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तेल से लेकर रसायन कारोबार में सुधार तथा समूह की खुदरा कंपनी के कारोबार तथा दूरसंचार इकाई जियो के कारोबार में सतत वृद्धि से कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़ा है।
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने शुक्रवार को बयान में कहा कि तिमाही के दौरान उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 12 प्रतिशत बढ़कर 13,101 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 11,640 करोड़ रुपए रहा था।
बयान में कहा गया है कि तेल से रसायन या ओ2सी कारोबार में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर सुधार रहा, लेकिन इसकी आमदनी एक साल पहले की समान तिमाही से कम रही। हालांकि उपभोक्ता केंद्रित कारोबार दूरसंचार और खुदरा कंपनी के कारोबार के अच्छे प्रदर्शन से इसकी भरपाई हो गई।
कंपनी समूह की आमदनी में इन दोनों खंडों की हिस्सेदारी अब 51 प्रतिशत हो गई है जो एक साल पहले 37 प्रतिशत थी। बयान में कहा गया है कि उसके कुल कर-पूर्व लाभ (ईबीआईटीडीए) लाभ में करीब 56 प्रतिशत यानी 8,483 करोड़ रुपए का जियो और रिलायंस रिटेल से आया।
								
								
								
										
			        							
								
																	रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, तिमाही के दौरान हमने मजबूत परिचालन नतीजे दिए हैं। ओ2सी और खुदरा खंड में मजबूत पुनरोद्धार हुआ है वहीं डिजिटल सेवा कारोबार सतत वृद्धि दर्ज कर रहा है।
अंबानी ने कहा कि दुनिया अब जलवायु परिवर्तन पर मजबूत कार्रवाई कर रही है। ऐसे में रिलायंस के पास अपने महत्वाकांक्षी नई ऊर्जा और नए सामग्री कारोबार को रफ्तार देने का यह अच्छा अवसर है। शुद्ध लाभ में बढ़ोतरी को डिजिटल इकाई जियो प्लेटफार्म्स और रिलायंस रिटेल में गूगल/वित्तीय निवेशकों से नकदी आने से सालाना आधार पर कर्ज के खर्च में 20 प्रतिशत की कमी से भी मदद मिली। आलोच्य तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व 18.6 प्रतिशत घटकर 1,37,829 करोड़ रुपए रह गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई जियो का दिसंबर, 2020 में समाप्त तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ तिमाही दर तिमाही आधार पर 15.5 प्रतिशत बढ़कर 3,489 करोड़ रुपए रहा है। तिमाही के दौरान कंपनी के कुल ग्राहकों की संख्या में 2.5 करोड़ से अधिक की वृद्धि हुई। दिसंबर के अंत तक कंपनी के कुल ग्राहकों की संख्या 41.08 करोड़ थी।
कंपनी की मासिक प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) तिमाही के दौरान 151 रुपए रही, जो इससे पिछली तिमाही जुलाई-सितंबर में 145 रुपए रही थी। फैशन और लाइफ स्टाइल कारोबार में जोरदार सुधार से कंपनी का खुदरा कारोबार कोविड-19 के पूर्व के स्तर पर पहुंच गया। इस खंड का नकद मुनाफा 76.3 प्रतिशत बढ़कर 2,482 करोड़ रुपए रहा।
कुल मिलाकर खुदरा कारोबार की आमदनी ईंधन खुदरा कारोबार को अलग इकाई में स्थानांतरित करने से प्रभावित हुई। इस इकाई में ब्रिटेन की बीपी पीएलसी की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कुल मिलाकर कंपनी ने 327 नए स्टोर जोड़े और इनकी संख्या बढ़कर 12,201 पर पहुंच गई।
महामारी की वजह से ईंधन की मांग प्रभावित होने से परंपरागत ओ2सी कारोबार का ईबीआईटीडीए 28.1 प्रतिशत घटकर 8,756 करोड़ रुपए रह गया। हालांकि तिमाही आधार पर इसमें वृद्धि हुई। तिमाही दर तिमाही आधार पर कर्ज/ब्याज की लागत 29 प्रतिशत घटकर 4,326 करोड़ रुपए रह गई।
रिलायंस ने कहा कि उसने जियो प्लेटफार्म्स और रिलायंस रिटेल में वैश्विक निवेशकों को अल्पांश हिस्सेदारी बिक्री से धन जुटाने का काम पूरा कर लिया है। कंपनी ने जियो में 1,52,056 करोड़ रुपए और रिटेल में 47,265 करोड़ रुपए जुटाए हैं। 2,20,231 करोड़ रुपए के नकदी प्रवाह से यह शुद्ध नकदी अधिशेष वाली कंपनी बन गई है।
कंपनी का कुल कर्ज दिसंबर के अंत तक घटकर 2,57,413 करोड़ रुपए रह गया, जो मार्च, 2020 के अंत तक 3,36,294 करोड़ रुपए था। वहीं कंपनी के हाथ में नकदी 1,75,259 करोड़ रुपए से बढ़कर 2,20,524 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। कंपनी पर कर्ज उसके पास पड़ी नकद धन से 2,954 करोड़ रुपए कम था।(भाषा)