नई दिल्ली। डेटा विश्लेषण फर्म प्रॉपइक्विटी के मुताबिक जनवरी-मार्च 2021 के दौरान 7 प्रमुख शहरों में आवासीय बिक्री में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि नई आपूर्ति में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते अप्रैल-जून तिमाही में आवासीय मांग सुस्त रहने की आशंका है।
प्रॉपइक्विटी के मुताबिक कैलेंडर वर्ष 2021 की पहली तिमाही में सात शहरों में आवास इकाइयों की बिक्री 21 प्रतिशत बढ़कर 1,05,183 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 87,236 इकाई थी। रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान आवास इकाइयों की नई आपूर्ति या पेशकश 1,00,343 इकाइयों से 40 प्रतिशत गिरकर 59,737 इकाई रह गई।
समीक्षाधीन अवधि में बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), दिल्ली-एनसीआर और पुणे में आवासीय बिक्री में वृद्धि देखी गई, जबकि कोलकाता में 20 प्रतिशत की गिरावट आई। प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक समीर जसुजा ने कहा कि इस कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही पिछले साल की तुलना में भारतीय रियल्टी के लिए अपेक्षाकृत बेहतर थी।
उन्होंने कहा, रहने के लिए तैयार घर या काफी हद तक पूरी हो चुकी परियोजनाओं की मांग अधिक थी। हालांकि, कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते मांग में कमी होगी। जसुजा ने उम्मीद जताई कि कोविड की दूसरी लहर खत्म होने के बाद बिक्री में तेजी आएगी।(भाषा)