नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट में कटौती करने के बाद देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने कर्ज की ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही बैंक ने एफडी पर भी ब्याज दर में कटौती की।
बैंक की नई दरें 1 अप्रैल से प्रभावी होंगी। बैंक ने कहा कि उसने रेपो रेट में 0.75 प्रतिशत कटौती का पूरा लाभ अपने ग्राहकों को पहुंचाने का फैसला किया है।
स्टेट बैंक ने इसके साथ ही खुदरा और एकमुश्त बड़ी जमा राशि पर भी ब्याज दर में 0.20 से लेकर 1 प्रतिशत तक की कटौती की है।
एसबीआई ने एक वक्तव्य में कहा है कि अर्थव्यवस्था को व्यापक रूप से समर्थन देने के लिए रिजर्व बैंक द्वारा किए गए असाधरण मौद्रिक नीति उपायों का समर्थन करते हुए बैंक ने ‘बाहरी मानक दर से जुड़ी कर्ज दर (ईबीआर) और रेपो रेट से जुड़ी कर्ज दर (आरएलएलआर) के तहत कर्ज लेने वाले ग्राहकों को रेपो रेट में 0.75 प्रतिशत की कटौती का पूरा लाभ देने का फैसला किया है।
एफडी पर भी ब्याज दर घटाई : भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दर में कटौती की है। बैंक ने रिटेल सेगमेंट में एफडी के इंट्रेस्ट रेट में 0.20%-0.50% तथा बल्क सेगमेंट में 0.50%-1% तक की कटौती की है।
एफडी पर ब्याज की नई दरें 28 मार्च 2020 से लागू हो गई हैं। इस महीने ब्याज दरों में दूसरी बार कटौती की गई है। बैंक ने 2 करोड़ से कम की रिटेल एफडी पर ब्याज दरें घटाई हैं। जिन लोगों का पैसा एफडी में हैं, उनके लिए यह एक झटका है। अब उनको अपने पैसे पर कम ब्याज मिलेगा।