एटीएम का उपयोग करने वाले लोगों को अकसर इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस बात से कई बार व्यक्ति घबरा जाता है और उसे अपना पैसा डूबने का डर सताने लगता है। इस स्थिति में घबराएं नहीं और संयम बनाए रखें।
कई बार एटीएम की खराबी की वजह से प्रोसेस चलती रहती है और बाद में ट्रांजेक्शन डिक्लाइन का मैसेज आता है। इस तरह का मैसेज मिलने के बाद पैसेा नहीं मिलने से निराश व्यक्ति एटीएम छोड़कर चला जाता है। कुछ ही देर बात उसके मोबाइल पर पैसे निकलने संबंधी मैसेज मिलता है। इस स्थिति में परेशान होने की बजाय व्यक्ति को तुरंत ट्रांजेक्शन स्लिप में दिए गए नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज करना चाहिए।
कुछ ही देर में आपका पैसा फिर आपके खाते में आ जाएगा। हालांकि कुछ स्थितियों में आपका पैसा अटक जाता है और इसे आपके खाते में आने में 7 से 15 दिन का वक्त भी लग सकता है।
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बहरहाल अगर 24 घंटे में अगर आपके खाते में पैसा नहीं आता है तो आपको तुरंत नजदीकी ब्रांच में संपर्क करना चाहिए। अगर आप बैंक प्रतिनिधि के जवाब से संतुष्ट नहीं है तो आप ब्रांच मैनेजर से भी इस संबंध में मुलाकात कर सकते हैं। सामान्यत: ब्रांच से ही आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
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अभी भी अगर आपकी समस्या का समाधान नहीं होता तो ग्रेवियंस सेल की शरण ली जा सकती है। इस सेल को जनरल मैनेजर रैंक का बैंक अधिकारी डील करता है। यहां से भी निराश होने पर आप बैंक ओम्बूसमैन से संपर्क कर सकते हैं। ग्राहकों की समस्याओं के लिए निपटान के लिए रिजर्व बैंक इस अधिकारी की नियुक्ति करता है और उसका फैसला मानने के लिए सभी बैंक बाध्य हैं। देश के 15 राज्यों में यह अधिकारी तैनात हैं। इनके बारे में आरबीआई की वेबसाइट से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।