सैन फ्रांसिसको। अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों में से एक सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) पर तालेबंदी से अमेरिका में हड़कंप मचा हुआ है। बैंक के दिवालिया होने की खबर से दुनियाभर के बैंकिंग सेक्टर में घबराहट का माहौल है। इस बीच दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति और टेस्ला, ट्विटर जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क ने SVB को खरीदने में रूचि दिखाई है।
अमेरिकी कंपनी रेजर के सीईओ और सहसंस्थापक मिन लियांग ने ट्विटर पर मस्क को सिलिकॉन वैली बैंक खरीदने की सलाह देते हुए कहा था कि इसे डिजिटल बैंक बना देना चाहिए। इसके जवाब में मस्क ने कहा कि मैं इस विचार का स्वागत करता हूं।
हालांकि मस्क ने अभी इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया है। लेकिन अगर वह बैंक खरिदने का फैसला करते हैं तो भी इसमें काफी वक्त लगेगा। तब तक निवेशकों को सब्र रखना होगा।
क्यों दिवालिया हुई सिलिकॉन वैली बैंक : 2008 में लैहमन ब्रदर्स के दिवालिया होने के बाद से यह अमेरिकी बैंकिंग सेक्टर के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। बैंक ने टेक कंपनियों के साथ ही स्टार्टएप में काफी पैसा लगाया है। अमेरिकी फेड रिर्ज द्वारा लगातार ब्याज दर बढ़ाने के फैसले से इस बैंकिंग कंपनी को बड़ा झटका लगा। अमेरिकी नियामकों ने बैंक पर ताला लगाकर इसमें जमा राशि कब्जे में ले ली।
इस बैंक ने भारत समेत दुनियाभर में स्टार्टअप पर पैसा लगा रखा है ऐसे में इस इंडस्ट्री पर संकट का बड़ा असर पड़ने की आशंका है। कोरोना महामारी के बाद स्टार्टअप फंडिंग थम गई। इससे बड़ी संख्या में बैंक के ग्राहक पैसा निकाल रहे हैं। सिलिकॉन वैली बैंक को अपने कुछ निवेशों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा। इससे उसे करीब 2 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
उल्लेखनीय है कि संघीय जमाकर्ता बीमा निगम (FDIC) को इस बैंक का रिसीवर नियुक्त किया गया है और बैंक की 210 अरब डॉलर की संपत्तियों को बेचा जाएगा। एसवीबी इस साल डूबने वाला पहला बैंक है। इससे पहले अक्टूबर 2020 में अलेमना स्टेट बैंक पर ताला लगा था।
FDIC ने एक बयान जारी कर कहा कि सिलिकॉन वैली बैंक के सभी कार्यालय और शाखाएं 13 मार्च को खुलेंगी और सभी बीमित निवेशक सोमवार की सुबह अपने खाते का संचालन कर पाएंगे। FDIC ने एक नया बैंक, नेशनल बैंक ऑफ़ सांता क्लारा बनाया है, जिसके पास अब सिलिकॉन वैली बैंक की सभी संपत्तियां होंगी। FDIC ने लोगों से नहीं घबराने की अपील की है।
Edited by : Nrapendra Gupta