नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय सहित उसके द्वारा वित्त पोषित सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को छात्रों को स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश देने के लिए नए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के अंकों का उपयोग करना होगा।
देश की सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सबसे ज्यादा मारामारी दिल्ली यूनिवर्सिटी के लिए होती है, जहां पर कई कॉलेजों में कटऑफ 100 फीसदी तक जाती है।
इससे उन बोर्ड के छात्रों को दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं मिल पाता है, जहां पर 12वीं में नंबर पुरानी परपंरा के अनुसार दिए जाते हैं। अब यूजीसी के फैसले के बाद ऐसे बोर्ड के छात्रों के दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला पाने की संभावना बढ़ गई है।