नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को 8,000 से अधिक अभिभावकों ने पत्र लिखकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के चलते पैदा हुई चिंता के मद्देनजर बोर्ड परीक्षाओं के लिए हाईब्रिड विकल्प मुहैया करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।
पत्र में कहा गया है कि यह जिक्र करना जरूरी है कि कोविड के ओमिक्रॉन स्वरूप ने देशभर में दहशत फैला दी है, खासतौर पर अभिभावकों और छात्रों के बीच। भारत सरकार, विश्व स्वास्थ्य संगठन और विभिन्न अन्य सक्षम प्राधिकारों ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए परामर्श जारी किए हैं। पत्र में कहा गया है कि इन परिस्थितियों में ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित करने से मेडिकल त्रासदी को न्योता मिल सकता है। इसमें कहा गया है कि देशभर में लाखों छात्रों को ऑफलाइन माध्यम से परीक्षा देने के लिए बुलाना जोखिमभरा है।
पत्र में कहा गया है कि छात्रों को अभी तक टीका नहीं लगा है और उनमें से करीब 3-4 प्रतिशत टीकाकरण करवाने के बावजूद संक्रमित हुए हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि कोरोनावायरस त्योहारी मौसम के कारण कहीं अधिक तेजी से फैलने जा रहा रहा है और इसके ठीक बाद निर्धारित परीक्षाएं, सिर्फ ऑफलाइन माध्यम से आयोजित किए जाने पर संक्रमण का बड़े पैमाने पर प्रसार करने वाली (सुपर स्प्रेडर) घटना होगी। पत्र में दावा किया गया है कि चूंकि शिक्षा का संपूर्ण माध्यम ऑनलाइन है, ऐसे में छात्रों को निष्पक्ष मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन परीक्षा देने का विकल्प मिलना चाहिए।