कानपुर: न्यूजीलैंड के ऐजाज पटेल अपनी जन्मभूमि पर लौटकर रोमांचित हैं लेकिन बतौर क्रिकेटर उन्हें पता है कि भारतीय बल्लेबाजों का उनकी धरती पर सामना करना एक स्पिनर के लिये कितना कठिन है। बायें हाथ के स्पिनर पटेल का जन्म मुंबई में हुआ था लेकिन आठ वर्ष की उम्र में वह परिवार के साथ न्यूजीलैंड चले गए थे।
जून से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में गेंदबाजी नहीं करने वाले 33 वर्ष के पटेल भारत के खिलाफ गुरूवार से कानपुर में शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में अहम भूमिका निभाना चाहते हैं।उन्होंने कहा ,मैं भारत के उन हिस्सों में हूं जो पहले नहीं देखे। भारत शानदार है लेकिन मौजूदा माहौल में हम बाहर जाकर उसका अनुभव नहीं कर सकते।
पटेल ने कहा , भारत को लेकर काफी रोमांच है। यहां आपा धाiपी के बीच भी सुकून है जो इसे खास बनाता है।
भारतीय पिचों पर गेंदबाजी को लेकर उन्होंने कहा , हमें पता है कि स्पिन गेंदबाजों को यहां क्या करना है लेकिन यह भी पता है कि भारतीय बल्लेबाजों का उनकी धरती पर सामना करना एक स्पिनर के लिये कितना कठिन है। यह चुनौतीपूर्ण है लेकिन मैं इसे लेकर उत्साहित हूं ।
अब तक न्यूजीलैंड के लिये नौ टेस्ट में 26 विकेट ले चुके पटेल का मानना है कि एसजी लाल गेंद विदेशी गेंदबाजों के लिये एक अलग तरह की चुनौती पेश करती है।उन्होंने कहा ,एसजी गेंद अलग है।ड्यूक की तरह। काफी कठोर है लेकिन पकड़ बनाने में अच्छी है। इसकी चुनौतियां अलग तरह की है। हमारी तैयारी काफी अच्छी रही है और उम्मीद है कि प्रदर्शन भी उम्दा रहेगा।
न्यूजीलैंड टीम ने 1988 के बाद से भारत में टेस्ट नहीं जीता है।पटेल और आफ स्पिनर विल समरविले कीवी स्पिन आक्रमण की जिम्मेदारी संभालेंगे।
गौरतलब है कि ऐजाज पटेल ने साल 2018 में अपना टेस्ट पदार्पण किया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरी पारी में 59 रन देकर 5 विकेट लिए थे। पहली पारी में भी वह 64 रन देकर 2 विकेट ले चुके थे। अपने प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब भी मिला।
ऐजाज पटेल कुछ महीने पहले भारत के खिलाफ आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइऩल के दल में भी मौजूद थे लेकिन उनको अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया गया था।