न्यूजीलैंड भले ही 372 रनों के बड़े अंतर से दूसरा टेस्ट हार गई हो लेकिन यह मैच स्पिनर ऐजाज पटेल के पहली पारी में सभी 10 विकेट लेने के कारण यादगार रहा। पटेल ने इस मैच में 225 रन देकर 14 विकेट लिये लेकिन उनकी टीम मैच नहीं जीत पायी। यह पराजित टीम के लिये किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बन गया है।
इससे पहले का रिकार्ड जवागल श्रीनाथ के नाम पर था जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में 132 रन देकर 13 विकेट लिये थे लेकिन भारत 46 रन से मैच हार गया था। पराजित टीम के लिये किसी एक गेंदबाज का पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकार्ड भी पटेल के नाम से जुड़ गया है। पहले यह रिकार्ड कपिल देव (9/83 बनाम वेस्टइंडीज, अहमदाबाद, 1983) के नाम पर था।
ऐसा रहा ऐजाज का प्रदर्शन
भारतीय टीम की पहली पारी में ऐसा लग रहा था कि जब ऐजाज पटेल गेंदबाजी कर रहे हैं तो एक अलग पिच है लेकिन जब दूसरे गेंदबाज गेंदबाजी करने के लिए सामने आते हैं तो एक अलग पिच है।
पहले दिन जब ऐजाज 4 विकेट लेकर पवैलियन लौटे तो उन्होंने सोचा भी नहीं था कि अगले दिन वह एक पारी में 10 विकेट लेने वाले टेस्ट क्रिकेट के तीसरे गेंदबाज बन जाएंगे। लेकिन जैसे जैसे वह विकेट लेते गए वैसे वैसे वह इस कारनामे के करीब आते गए। सिराज का विकेट लेने के बाद उन्होंने यह कारनामा किया।
47.5 ओवरों में उन्होंने 119 रन देकर 10 विकेट लिए। यही नहीं दूसरी पारी में भी उन्होंने भारतीय टीम के पहले 2 विकेट लिए। ऐसा लग रहा था कि कोई कीवी गेंदबाज इस टेस्ट में विकेट ले ही नहीं पाएगा। दूसरी पारी में उन्होंने 106 रन देकर 4 विकेट लिए।
ऐजाज ने मैच के बाद यह कहा
मैच में कुल 14 विकेट लेने वाले लेफ्ट आर्म स्पिनर एजाज पटेल ने कहा ,''यह मेरे और मेरे परिवार के लिए एक विशेष अवसर है। ऐसा करने में सक्षम होना विशेष है। मैं निपुण हूं, लेकिन मैं अपने क्वारंटीन समय का उपयोग ठीक होने के लिए करूंगा। घर वापस जाकर गेंदबाजी करना एक अलग चुनौती है, यह टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती है, यह आपके गेम प्लान को अपनाने और उसके अनुसार गेंदबाजी करने के बारे में है। सच कहूं तो, मैं अभी भी नहीं जानता कि 10 विकेट को शब्दों में कैसे बयां करूं। मुझे हजारों बधाई संदेश आए हैं। उस एक विकेट के लिए रचिन नर्वस था, मैं उसके लिए नर्वस था।'
क्वारंटाइन में पढ़ेंगे सभी बधाई संदेश
एक पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास बनाने वाले एजाज़ पटेल को अपने मोबाइल में आए बधाई संदेशों को पढ़ने और उसका जवाब देने की कोई जल्दी नहीं है। वह इन संदेशों को अब क्वारंटीन में पढ़ेंगे और फिर जवाब देंगे। न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों को भारत से वापसी के बाद घर जाने से पहले अनिवार्य क्वारंटीन में रहना है।
एजाज़ ने इतिहास रचने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, "मुंबई लौट कर आना और वानखेड़े में ऐसा करना बहुत ख़ास है। मैं ख़ुदा का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने मुझे ऐसा करने का मौक़ा दिया। निश्चित रूप से यह मेरे क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है।"
मयंक अग्रवाल थे ऐजाज की राह में सबसे बड़ा कांटा
इस 10 विकेट की यात्रा के दौरान मयंक अग्रवाल, एजाज़ पटेल के रास्ते में सबसे बड़ा कांटा साबित हुए। एजाज़ ने कहा, "इस पिच और परिस्थिति में 150 से अधिक रन बनाना बहुत चुनौतीपूर्ण है। लेकिन मैंने उन्हें अच्छी गेंदों से चुनौती देना जारी रखा। एक बल्लेबाज़ के तौर पर उनका काम हर गेंद का सामना करना है, जबकि मेरा काम अच्छी गेंदों को लगातार डालते रहना है। यह एक लंबा संघर्ष था। उन्होंने एक विशेष पारी खेली, लेकिन अंत में मैं उनका विकेट लेने में क़ामयाब रहा। हालांकि इसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ी।"
10वें विकेट से पहले ऐजाज हो गए थे अधीर
एजाज़ ने बताया कि 10वां विकेट लेने के दौरान अंतिम कुछ क्षण उनके लिए बहुत अधीरता से भरे रहे। ख़ासकर अंतिम विकेट और कैच के दौरान वह थोड़ा सा नर्वस दिखे। उन्होंने बताया, "रचिन (रविंद्र) गेंद के नीचे थे, लेकिन फिर भी मैं कुछ सेकंड के लिए नर्वस हुआ क्योंकि गेंद हवा में भी घूम रही थी। लेकिन रचिन ने उसे बेहतरीन तरीक़े से लपका। मैंने इस बारे में नील वैगनर से भी बताया कि वह नर्वस हैं, जो कि दसवें विकेट से बस थोड़ा सा पहले उनके पास आए थे। यह अविश्वसनीय था। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं मुंबई में ऐसा कर सका। यह मेरे लिए सबसे बड़ा दिन था और शायद यह हमेशा ही रहे।"