मुंबई: भारतीय टीम के प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ ने दूसरा टेस्ट 372 रन से जीतने के बाद कहा कि सीरीज को इस तरह से खत्म करना अच्छा रहता है। कानपुर का मैच काफी नजदीकी रहा। यह एक तरफा मैच रहा है, हम 372 रनों से मैच जरूर जीते हैं, लेकिन इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी है। नए लड़कों को आकर मौके भुनाता देखना अच्छा रहता है।
द्रविड़ ने मैच के बाद कहा,''आप चाहे आज जयंत यादव को देख लीजिए, आज उन्होंने बहुत बेहतर किया। श्रेयस, मयंक ने बल्ले से अच्छा किया है और सिराज ने पहली पारी में जिस तरह से गेंदबाजी की, आप अक्षर को देखिए पूरी सीरीज में उन्होंने जिस तरह की गेंदबाजी की। हमारे पास गहराई है और इसको देखकर अच्छा लगता है। इसी तरह से सर्वश्रेष्ठ टीम बना जा सकता है। फॉलोआन के बारे में नहीं सोच रहे थे, हम युवा बल्लेबाजों को मौका देना चाहते थे, लेकिन वह ऐसी स्थिति में खेलें। ऐसे विकेट पर जहां पर लाल मिटटी है, बॉल टर्न होती है, बाउंस होती है। टिम साउदी और जेमीसन ने शॉर्ट बॉल की थी, वे खेलने में कामयाब रहे। हम ऐसी परिस्थिति में खुद को खिलाना चाहते थे जिससे कि वह अपने आप को आजमा सकें। यह बहुत अच्छी स्थिति है।''
दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए द्रविड़ ने कहा,'' जब हम साउथ अफ्रीका जा रहे हैं। कुछ चोट भी हैं, लड़के लंबे समय से क्रिकेट खेल रहे हैं। हम चयनकर्ताओं, टीम प्रबंधन से बात करेंगे कि एक बेहतर टीम बने। जैसा कि आपने कहा कि कई नए लड़के आ रहे हैं। यह टीम के लिए अच्छा है। वह अच्छा करना चाहते हैं, हां टीम चुनना सिदर्द तो हैं, लेकिन हम देखते हैं कि कैसे बेहतर टीम बनाई जा सकती है।''
प्लेयर ऑफ द मैच बने मयंक अग्रवाल ने कहा,'': इतना अच्छा खेलकर अच्छा लगा। यह मेरे लिए खास है। कानपुर से मैंने यहां पर कुछ भी अलग करने की कोशिश नहीं की। मैं बस अच्छी गेंद को सम्मान देना चाहता था और खराब गेंद पर रन बनाना चाहता था। मैं रन बनाने की गारंटी तो नहीं दे सकता, लेकिन मैं कोशिश करता रहूंगा। राहुल भाई ने कहा था किसीरीज के बीच में तकनीक पर बात नहीं की जा सकती है, बस तुम अपने प्लान पर रहो। सुनील गावस्कर सर ने बस कहा था कि बायें कंधे को थोड़ा पीछा रखकर खेलो, हंसते हुए। यह अच्छा है कि हम विदेश जा रहे हैं और अपनी टीम के लिए मैच जीत रहे हैं। यही कोशिश हमारी साउथ अफ्रीका में भी रहेगी।"
बथर्ड ब्वॉय श्रेयस अय्यर ने कहा,'' यह यादगार सीरीज रही मेरे लिए। मैं अपना पहला मैच याद रखूंगा। टीम अच्छी थी। मैं टीम में अपने स्थान के लिए नहीं सोचता हूं, कई सारे खिलाड़ी अच्छी लय में हैं। राहुल भाई टीम में आत्मविश्वास देते हैं। मैंने उनके साथ इंडिया ए से शुरुआत की थी। वह अब भारतीय टीम में हैं और बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मैं उनके साथ काम करके काफी खुश हूं। एक खिलाड़ी के तौर पर जो चाहिए होता है वह उपलब्ध कराते हैं।''
जयंत यादव ने कहा,''यह गेंदबाजी के लिए अच्छी विकेट थी। नमी था विकेट था, मैंने अच्छी जगह पर गेंद करने की कोशिश की। वानखेड़े और मुंबई से मेरा अच्छा नाता रहा है। पहले मैंने यहां पर शतक लगाया और अब यहां पर चार विकेट लिए। अश्विन भाई का दिमाग पढ़ना काफी अच्छा रहता है। आप उसको अपने गेम में लाना चाहते हैं। यह काफी अच्छा रहता है।(वार्ता)