मुंबई के वानखेड़े स्टे़डियम में खेला गया यह मैच भारत 372 रनों के बड़े अंतर से न्यूजीलैंड टीम से जीत गया। भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने सोमवार को केवल एक विकेट लिया लेकिन हेनरी निकोल्स को आउट करके वह घरेलू धरती पर 300 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों के विशेष क्लब में शामिल हो गये।
भारत की तरफ से अश्विन से पहले यह कारनामा केवल अनिल कुंबले ने किया था जिन्होंने अपने देश में 350 विकेट लिये हैं। कुंबले और अश्विन के बाद हरभजन सिंह (265) और कपिल देव (219) का नंबर आता है।
अश्विन अपने घरेलू मैदानों पर 300 विकेट लेने वाले दुनिया के कुल छठे गेंदबाज बन गये हैं। उनसे पहले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (493), इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन (402), कुंबले, इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड (341) और आस्ट्रेलिया के शेन वार्न (319) ने यह उपलब्धि हासिल की थी।
अश्विन ने 49 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की जबकि मुरलीधरन 48 मैचों में इस मुकाम तक पहुंचे थे। कुंबले ने घरेलू धरती पर 300वां विकेट अपने 52वें मैच में लिया था।
इस ऑफ स्पिनर को मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया। यह नौवां अवसर है जबकि उन्होंने यह पुरस्कार जीता। अश्विन ने इस मामले में जॉक कैलिस की बराबरी की जबकि रिकार्ड मुरलीधरन (11) के नाम पर है।अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने विकेटों की संख्या 66 पर पहुंचा दी है जो कि इन दोनों टीम के बीच नया रिकार्ड है। अश्विन ने रिचर्ड हैडली (65) को पीछे छोड़ा।
दूसरे टेस्ट में अश्विन का रहा ऐसा प्रदर्शन
घरेलू पिच पर रविचंद्रन अश्विन की महत्ता बनी हुई है। दूसरे टेस्ट में भी अश्विन की फिरकी के आगे न्यूजीलैंड बेबस नजर आयी। पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन ने 8 ओवर में 8 रन देकर 4 विकेट चटकाए। वहीं दूसरी पारी में 22.3 ओवर में 34 रन देकर 4 विकेट लिए।
हालांकि इस मैच में वह बल्ले से कमाल नहीं दिखा सके लेकिन रविंचंद्रन अश्विन को सीरीज में ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का पुरुस्कार दिया गया। प्लेयर ऑफ द सीरीज बने अश्विन ने कुल 70 रन देकर 14 विकेट हासिल किये।
मैच के बाद यह कहा
प्लेयर ऑफ द सीरीज बने अश्विन ने कहा,'' इस पिच पर मजा आया गेंदबाजी करके। आखिरी सेशन में यहां पर रन बनाना आसान हो जाता था, यह विकेट धीमी हो जाती थी। लेकिन इस पिच पर बाउंस था, टर्न थी, मुझे बहुत मजा आया यहां पर गेंदबाजी करके। जो भी एजाज ने किया है वह शानदार था। लोग सोचते हैं कि वानखेड़े में गेंद स्पिन हो रही थी, लेकिन आपको सही तरह से गेंद को पकड़ना होगा, सीम पर गेंद गिरानी होगी, इसीलिए यह बहुत मुश्किल था। यह उनकी बड़ी उपलब्धि है। जयंत के साथ मेरे 2014 से संबंध हैं। वह जानता है कि उसको क्या करना है। अक्षर के साथ मैंने पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स में खेला है। लेकिन आपको अनुभव से सीखना होता है। स्पिन बॉलिंग आर्ट है और उम्मीद है कि अक्षर आगे जाकर बहुत कुछ सीखेगा। अब साउथ अफ्रीका का चैलेंज है। हम इसके लिए तैयार हैं, हम चाहते हैं कि विराट कोहली और पुजारा वहां जाकर रन बनाए।