मेलबर्न। भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि मौजूदा सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बढ़त हासिल करने के लिए मेहमान टीम को अब और बेहतर खेल दिखाना होगा और खासकर बल्लेबाज़ों के लिए जिम्मेदारी निभाना अहम रहेगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूदा बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं और 26 दिसंबर से शुरू होने वाले तीसरे मेलबर्न टेस्ट में उनकी निगाहें बढ़त हासिल करने पर लगी होंगी। भारत ने पर्थ में दूसरा मैच 146 रन से गंवाया था जिसके बाद उसपर दबाव अधिक रहेगा। इस मैच में मेहमान टीम के बल्लेबाज़ों ने काफी निराश किया था।
रहाणे ने सोमवार को कहा कि हमारे लिए पिच के बारे में सोचने के बजाय अब समय कुछ अच्छा क्रिकेट खेलने का है। मैं मेलबर्न मैच को लेकर बहुत उत्साहित हूं। हम सभी जानते हैं कि बाक्सिंग डे मैच की कितनी अहमियत है। हम अब सीरीज़ में 1-1 की बराबरी पर हैं और पर्थ में हमने बढ़त का मौका गंवा दिया। लेकिन मेलबोर्न में हम अपनी बढ़त की कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे लिए अब तीसरे मैच के हर सत्र में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी होगा। टेस्ट क्रिकेट में यही सबसे अहम है। हमें इस मैच में अपना 100 फीसदी से अधिक प्रदर्शन करना होगा क्योंकि किसी भी सत्र में मैच बदल सकता है। हमें मैच में अच्छी बल्लेबाजी की भी जरूरत होगी और बल्लेबाज़ों को अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी।
रहाणे ने स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और बल्लेबाज़ रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर हालांकि सकारात्मक संकेत दिए। उन्होंने कहा, टीम प्रबंधन दोनों खिलाड़ियों की फिटनेस की समीक्षा कर रहा है। वह इस मामले में बेहतर जवाब दे सकते हैं। हालांकि रोहित की स्थिति बेहतर लग रही है और उन्होंने नेट पर काफी अभ्यास किया है और पहले से अधिक फिट हैं। लेकिन हम अगले दिन नेट सत्र के बाद ही उन्हें लेकर कोई फैसला करेंगे।
टीम के उपकप्तान ने विराट और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन के बीच पर्थ टेस्ट के दौरान हुई छींटाकशी को लेकर कहा, मैदान पर मैच के दौरान जो भी हुआ वह बहुत अच्छा और स्पर्धात्मक था। हम सभी ने उसका मज़ा लिया। आप यदि स्लेजिंग कर रहे हैं लेकिन साथ ही स्पर्धात्मक खेल भी रहे हैं तो उसमें कोई परेशानी नहीं है।
मध्यक्रम के बल्लेबाज़ रहाणे ने अपने व्यक्तिगत खेल को लेकर कहा कि उनके लिए स्थिति को समझकर खेलना ज़रूरी है और तीसरे मैच में उनका फोकस इसी पर लगा होगा। उन्होंने कहा कि मैं आक्रामक बल्लेबाज़ हूं लेकिन मुझे स्थिति को समझना भी ज़रूरी है। मैं केवल मैदान पर नहीं बल्कि अपने कमरे और ड्रैसिंग रूम में भी परिस्थितियों के बारे में सोचता रहता हूं। हम सभी ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण को जानते हैं और ऐसे में समीक्षा बहुत जरूरी है।
रहाणे ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ काफी अच्छे हैं ऐसे में मध्यक्रम में जाना सबसे अच्छा विकल्प है। लेकिन वहां टिकने के लिए जरूरी है कि आप अपना समय लेकर खेलें। हमारी टीम में चेतेश्वर पुजारा हमेशा अपना समय लेकर खेलते हैं और इस तरह से बल्लेबाजी जरूरी है।
30 वर्षीय बल्लेबाज़ ने माना कि पुजारा अपने शॉट बहुत सोच समझकर खेलते हैं और एडिलेड तथा पर्थ में उन्होंने इसी तरह से प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि एडिलेड और पर्थ में पुजारा के शॉट्स काफी अच्छे थे। हालांकि आपको कई बार जोखिम भी उठाना पड़ता है और मध्यक्रम के बल्लेबाज़ के नाते आपके लिए अधिक जिम्मेदारी लेना जरूरी है।