Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

सुनील गावस्कर की 2,000 वर्ग मीटर की जमीन पर हुआ अजिंक्य रहाणे का कब्जा

महाराष्ट्र सरकार ने गावस्कर द्वारा इस्तेमाल नहीं किया गया प्लॉट रहाणे को आवंटित किया

हमें फॉलो करें Sunil Gavaskar

WD Sports Desk

, मंगलवार, 24 सितम्बर 2024 (12:44 IST)
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने सोमवार को मुंबई के पॉश बांद्रा इलाके में एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (खेल परिसर) विकसित करने के लिए 2,000 वर्ग मीटर भूमि को दिग्गज बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को पट्टे पर देने की मंजूरी दे दी।


यह प्लॉट मूल रूप से दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर को 1988 में एक इनडोर प्रशिक्षण अकादमी स्थापित करने के लिए आवंटित किया गया था। वह हालांकि वह 30 ये अधिक वर्षों तक इसका इस्तेमाल नहीं कर सके।

एक अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र कैबिनेट ने अत्याधुनिक खेल सुविधाएं विकसित करने के लिए क्रिकेटर अजिंक्य मधुकर रहाणे को 30 साल के पट्टे पर जमीन सौंपने के राजस्व विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
webdunia

कैबिनेट नोट में कहा गया है कि यह प्लॉट पहले गावस्कर को एक इनडोर क्रिकेट प्रशिक्षण अकादमी विकसित करने के लिए आवंटित किया गया था। विकास की कमी के कारण सरकार ने इस भूखंड को पुनः प्राप्त कर लिया।

सरकार ने कहा कि यह भूखंड खराब स्थिति में है क्योंकि झुग्गीवासी इसका इस्तेमाल अनुचित काम के लिए कर रहे हैं।म्हाडा (महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी) द्वारा रहाणे को पट्टे पर प्लॉट सौंपने का प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसे मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दे दी थी।‘सुनील गावस्कर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट’ को आवंटित यह प्लॉट मई 2022 में राज्य सरकार को वापस कर दिया गया था।

अजिंक्य रहाणे ने अपना टेस्ट पदार्पण साल 2013 में किया था। अभी तक वह कुल 85 टेस्ट खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 38.5 की औसत के साथ 5077 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 26 अर्धशतक शामिल है।साल 2011 में अपने सफेद गेंद करियर का आगाज करने वाले अजिंक्य रहाणे अपना आखिरी टी-20 मैच साल 2016 के टी-20 विश्वकप सेमीफाइनल में खेल चुके थे जहां उनकी धीमी पारी ने टीम इंडिया का वेस्टइँडीज के खिलाफ खासा नुकसान किया था।इसके अलावा उन्होंने आखिरी वनडे 2018 में खेला था।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पंत ने गिल के साथ साझेदारी पर कहा, मैदान के बाहर की दोस्ती मैदान पर काम आई