ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग के सामने 90 के दशक के अंत में और 21वीं सदी की शुरुआत में एंडी फ्लॉवर पर हमेशा 20 रहे। उस वक्त की ऑस्ट्रेलिया बहुत मजबूत थी और जिम्बाब्वे में एंडी फ्लॉवर की टीम कभी कभार उलटफेर कर खुश हो जाती थी। कल रिकी पोंटिंग पंजाब किंग्स के मुख्य कोच थे और एंडी फ्लॉवर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलूरू के, कल की रात में आखिरकार फ्लॉवर ने रिकी पोंटिंग को पटखनी दी। जानिए क्या कहा दोनों कोचों ने
अनुभवहीनता के कारण हमें थोड़ा नुकसान हुआ, युवा टीम भविष्य में बहुत कुछ जीतेगी: पोंटिंग
पंजाब किंग्स के मुख्य को रिकी पोंटिंग ने माना कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए उनकी टीम को मध्यक्रम में अनुभव की कमी का खामियाजा भुगतना पड़ा।ऑस्ट्रेलिया सबसे सफल कप्तानों में शामिल इस पूर्व बल्लेबाज ने हालांकि उम्मीद जताई कि टीम के युवा खिलाड़ी भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
आईपीएल के इस सत्र में पंजाब किंग्स का प्रभावशाली प्रदर्शन फाइनल में आरसीबी से छह रन की हार के साथ समाप्त हुआ। आरसीबी ने इसके साथ ही आईपीएल ट्रॉफी जीतने का 18 साल लंबा इंतजार खत्म किया।
जीत के लिए 191 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब की टीम लगातार अंतराल पर विकेट गंवाते रही। शशांक सिंह (30 गेंदों में नाबाद 61 रन) ने आखिरी ओवरों में आक्रामक अर्धशतक जड़ा लेकिन उन्हें दूसरे छोर से किसी का साथ नहीं मिला।
पोंटिंग ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, आप आज रात टीम को महसूस सकते हैं कि शायद थोड़ी सी अनुभवहीनता के कारण हमें हार का सामना करना पड़ा। आज मध्यक्रम में थोड़ा सा अनुभव शायद हमारी मदद कर सकता था।उन्होंने कहा, मुझे पता है कि वे आगे चलकर हमारे लिए कई मैच जीतने जा रहे हैं।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल रही लेकिन मैच के आगे बढ़ने के साथ यह धीमी होती चली गयी।पोंटिंग ने हालांकि हार के लिए कोई बहाना बनाने से इनकार कर दिया।
उनसे जब दूसरी पारी में पिच के बदले मिजाज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता। हम कोई बहाना नहीं बनाना चाहते हैं। शशांक ने मैच के बाद कहा कि यह पूरे सत्र की सबसे अच्छी विकेट (बल्लेबाजी के लिए बेहतर पिच) थी।
उन्होंने कहा, हमने मैच के अहम चरण में लय गवां दी। हम पावरप्ले के आखिरी ओवरों में थोड़ा पिछड़ने लगे थे। हमने इसके बाद जरूरी मौकों पर अपने अहम विकेट गंवा दिये।
पोंटिंग ने कहा कि उनकी टीम आरसीबी को 190 रन पर रोककर संतुष्ट थी।
उन्होंने कहा, आरसीबी को भी लगा होगा कि उन्होंने थोड़े कम रन बनाये है। हम 190 के करीब के लक्ष्य का पीछा करने को लेकर खुश थे। हम हालांकि लक्ष्य का पीछा करते समय अच्छा नहीं खेल सके।
पोंटिंग ने कहा कि वह इस अभियान को संतोष के साथ देखेंगे।
उन्होंने कहा, मैंने सत्र शुरू होने से पहले मुल्लांपुर में श्रेयस (अय्यर) के साथ पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था... यह एक बेखौफ, आक्रमण और अलग टीम बनाने के बारे में था।
उन्होंने कहा, प्रभ (प्रभसिमरन सिंह), प्रियांश (आर्य) और (नेहल) वढेरा और इस तरह के खिलाड़ियों ने जो किया, उसके आधार पर पिछले कुछ महीनों में आपके (मीडिया) के माध्यम से शायद काफी कुछ कहा जा चुका है।
उन्होंने कहा, हम जिस तरह से अपना क्रिकेट खेलने में सक्षम हैं उससे मुझे काफी संतुष्टि मिलेगी।
नीलामी में मजबूत गेंदबाजी आक्रमण हासिल करना खिताब की ओर पहला बड़ा कदम था: एंडी फ्लावर
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के मुख्य कोच एंडी फ्लावर ने कहा कि पिछले साल बड़ी नीलामी में मजबूत गेंदबाजी आक्रमण हासिल करना और अनुभवी खिलाड़ियों को चुनना इस फ्रेंचाइजी के लिए अपने पहले आईपीएल खिताब के सपने को पूरा करने की ओर पहला बड़ा कदम था।
आरसीबी ने मंगलवार को यहां फाइनल में पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 18वें सत्र में खिताब का अपना लंबा इंतजार खत्म किया। फ्लावर ने कहा कि यह सब पिछले साल नीलामी में फ्रेंचाइजी द्वारा सही कदम उठाने से शुरू हुआ।
फ्लावर ने फाइनल के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, नीलामी पहला बड़ा कदम होता है जिसमें आपको अपनी रणनीति को यथासंभव सही रखना होता है। यह (टीम निदेशक) मो (बोबट) की सोच थी की रकम को थोड़ा अधिक संतुलित रूप से वितरित किया जाए। बड़े बल्लेबाजों के साथ बेहतर प्रतिभाओं को भी जोड़ा जाये। बड़े बल्लेबाज बेशक बेहतरीन खिलाड़ी हैं।
उन्होंने कहा, हमने नीलामी से पहले एक अच्छी गेंदबाजी आक्रमण की अहमियत को स्वीकार किया गया था और हमने उसी दिशा में काम किया।
यह जीत दिग्गज विराट कोहली के लिए भी खास रही क्योंकि उन्होंने अपना पहला आईपीएल खिताब जीता।
जिम्बाब्वे के इस पूर्व कप्तान ने कहा, मुझे याद है, नीलामी के पहले दिन के बाद हमें कुछ आलोचनाएं भी झेलनी पड़ी थीं। लोगों को लगा कि हम पैसा खर्च नहीं, बल्कि निवेश कर रहे हैं। इसका हालांकि मतलब था कि दूसरे दिन हमारे पास कुछ बेहतरीन विकल्प थे।
फ्लावर ने सऊदी अरब के जेद्दा में नवंबर में हुई नीलामी में खिलाड़ियों के चयन पर कहा, हमारे पास दूसरे दिन खर्च करने के लिए बड़ी रकम थी। हमें दूसरे दिन भुवनेश्वर कुमार, कृणाल पांड्या, टिम डेविड और रोमारियो शेफर्ड जैसे खिलाड़ी मिले। ये खिलाड़ी काफी अहम साबित हुए।
उन्होने कहा, छोटे कद के लेग स्पिनर सुयश शर्मा ने हमारे लिए शानदार प्रदर्शन किया।
कोच ने कहा, कृणाल बड़े मैच के खिलाड़ी हैं और बेहतरीन प्रतिस्पर्धी है। फाइनल में भी उन्होंने चार ओवर में 17 रन देकर दो विकेट लिये। उनका यह प्रदर्शन दोनों टीमों के बीच का मुख्य अंतर था।फ्लावर ने कहा कि बड़े मैचों का अनुभव रखने वाले खिलाड़ियों का होना आरसीबी के लिए बेहद मददगार साबित हुआ।
उन्होंने कहा, हमने इसके बारे में कल अपनी रणनीति बैठक में और आज शाम मैच से पहले डगआउट में बात की थी। हमारे पास अनुभवी क्रिकेटरों का एक अच्छा समूह था।
उन्होंने कहा, विराट (कोहली), (जोश) हेजलवुड, कृणाल जैसे खिलाड़ियों का चुनाव अनुभव के कारण हुआ हेजलवुड पहले भी विश्व कप फाइनल खेल चुके हैं। विराट भी बड़े टूर्नामेंट में खेले हैं।
उन्होंने कहा, कृणाल के लिए यह चौथा आईपीएल खिताब है। इसलिए उन्हें टीम में शामिल करना बेहद अहम था। अगर नीलामी में आप सही फैसले लेते हैं तो यह एक बहुत बड़ा कदम होता है।फ्लावर ने कहा कि नौ विकेट पर 190 रन का स्कोर ज्यादा बड़ा नहीं था लेकिन उन्हें अपने गेंदबाजों पर भरोसा था।
उन्होंने कहा, हां, इस मैदान पर 190 बहुत बड़ा स्कोर नहीं लगता। इस सत्र में औसतन जीत का स्कोर 220 के आसपास रहा है।
उन्होंने कहा, मैं नहीं कहूंगा कि यह स्कोर औसत से कम था, क्योंकि फाइनल में 190 रन बनाना भी आसान नहीं होता। हमारे पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण था और हमें भरोसा था कि वे दूसरी पारी में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
फ्लावर ने टीम की सफलता में मेंटोर (मार्गदर्शक) और बल्लेबाजी कोच दिनेश कार्तिक की भूमिका को भी सराहा।
उन्होंने कहा, हमारे कोचिंग स्टाफ में भारतीय अनुभव और ज्ञान इस सत्र की सफलता में बहुत अहम रहा। खासकर डीके (कार्तिक) ने मेंटोर और बल्लेबाजी विशेषज्ञ के तौर पर बेहतरीन काम किया।उन्होंने कहा, खिलाड़ी से कोच बनने का सफर आसान नहीं होता लेकिन उन्होंने इसे बहुत अच्छे से निभाया । उनका असर साफ नजर आया। उन्होंने खासकर बल्लेबाजी समूह पर अच्छा असर डाला।