मुंबई। भारत के मुख्य कोच अनिल कुंबले का मानना है कि सलामी बल्लेबाज मुरलीविजय का हाल में शॉर्ट पिच गेंदों पर आउट होने को उनकी कमजोरी मानना सही नहीं होगा। कुंबले ने कहा कि विजय पिछले दो वर्षों में लगातार अच्छे प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाज रहे हैं।
उन्होंने राजकोट में शतक बनाया था और हां वे एक जैसी गेंदों पर आउट हुए और इसलिए आप इसे उसकी कमजोरी के रूप में दिखा सकते हैं लेकिन मेरा मानना है कि यह सही नहीं है। वह ऐसा बल्लेबाज है जिसके बारे में हमें लगता है कि वह जल्द ही बड़ा स्कोर बनाएगा।
कोच ने कहा कि टीम प्रबंधन नेट्स पर उनकी मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि जब हम नेट्स पर जाते हैं तो उसकी इस तरह की गेंदों पर मदद करने की कोशिश करते हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस मामले में बहुत गहराई में जाने की जरूरत है कि वह इस तरह से क्यों आउट हो रहा है। वह किसी भी समय रन बनाना शुरू कर देगा। हमारा पूरा विश्वास है कि वह जल्द ही ऐसा करेगा।’
भारत इस घरेलू सत्र में अदद सलामी जोड़ी के लिए जूझ रहा है। शिखर धवन और केएल राहुल चोटिल हो गये हैं जबकि गौतम गंभीर नहीं चल पाए। कुंबले ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अदद सलामी जोड़ी के बिना जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि चोटों पर हमारा नियंत्रण नहीं है क्योंकि ये खेल का हिस्सा हैं।
हां हम एक अदद सलामी जोड़ी चाहते थे लेकिन मुझे लगता है कि परिस्थितियों के हिसाब से हमने अच्छा प्रदर्शन किया। दुर्भाग्य से राहुल विजाग में (इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान) चोटिल हो गया। पार्थिव पटेल टीम में आया और मोहाली में पिछले मैच में उसने शानदार प्रदर्शन किया।’
कुंबले को अब भी उम्मीद है कि राहुल अंतिम एकादश में जगह बना लेगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि राहुल फिट हो जाएगा। देखते हैं कि क्या होता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हमने तीन अलग अलग सलामी जोड़ियां आजमायी और यहां तक वेस्टइंडीज में भी विजय चोटिल हो गया था। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ धवन चोटिल हो गया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ गौतम भी चोटिल हो गया था। उम्मीद है कि आगे ऐसा नहीं होगा।’
कुंबले ने गेंदबाजों और विराट कोहली की कप्तानी की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘हमारा गेंदबाजी आक्रमण और कप्तान के रूप में विराट ने जिस तरह से क्षेत्ररक्षण सजाया उसकी तारीफ बनती है। पिछले कुछ टेस्ट मैचों में सभी गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई। अभी तक श्रृंखला में केवल एक गेंदबाज ने पांच विकेट लिये हैं जिससे पता चलता है कि सभी गेंदबाज वास्तव में अच्छा योगदान दे रहे हैं।’
कुंबले ने हालांकि उमेश यादव और मोहम्मद शमी के बाद तुलना करना उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि मुझे तुलना पसंद नहीं है। मेरे लिए दोनों तेज गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इन दोनों ने ही नहीं बल्कि भुवनेश्वर कुमार और ईशांत शर्मा ने भी शानदर प्रदर्शन किया। इन सभी ने अहम योगदान दिया।
उन्होंने रविचंद्रन अश्विन की निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में योगदान को भी महत्वपूर्ण करार दिया। कुंबले ने कहा कि मुझे वास्तव में तीनों स्पिनरों को लेकर तब खुशी हुई जब उन्होंने दबाव में अर्धशतक जमाए। टीम ने अब तक निर्णय समीक्षा प्रणाली का जिस तरह से उपयोग किया है उससे भी कुंबले खुश हैं। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में अच्छा प्रयोग है। कुल मिलाकर खिलाड़ी इसके परिणाम से संतुष्ट हैं।’ (वार्ता)