Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

एशेज से भी बड़ी हो गई है भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज

हमें फॉलो करें एशेज से भी बड़ी हो गई है भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज
, मंगलवार, 14 मार्च 2017 (19:50 IST)
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट मैदान की प्रतिद्वंद्विता पिछले डेढ़ दशक से अधिक समय में चिर प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज से कहीं ज्यादा बड़ी हो गई है।
        
वर्ष 2000 से अब तक भारत और ऑस्ट्रेलिया तथा ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मैदान के मुकाबलों को देखा जाए तो बार्डर-गावस्कर ट्राफी के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला कहीं ज्यादा तनावपूर्ण और रोमांचक हो गया है। पिछले डेढ़ दशक के समय में भारत और ऑस्ट्रेलिया के मुकाबलों में कई ऐसे वाकिए हुए हैं, जिन्होंने एशेज को कहीं पीछे छोड़ दिया है। 
        
भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का मैदान में टॉस के लिए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वा को इंतजार कराना, भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह पर ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स पर नस्लभेदी टिप्पणी का आरोप लगना और मौजूदा सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ को लेकर डीआरएस का विवाद उठना ऐसे वाकिए हैं, जिन्होंने दोनों देशों के बीच मैदान पर तनाव को बढ़ावा दिया है।
          
वर्ष 2000 से अब तक भारत के ऑस्ट्रेलिया के साथ मुकाबलों और इसी दौरान एशेज में ऑस्ट्रेलिया के इंग्लैंड के साथ मुकाबलों के परिणाम को देखा जाए तो एक बात साफ हो जाएगी कि नज़दीकी टक्कर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रही है। इस अवधि में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने कुल 36 टेस्ट खेले हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलिया ने 15 जीते हैं और भारत ने 13 जीते हैं जबकि 8 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं।
 
इसी दौरान के एशेज परिणामों को देखा जाए तो इस अवधि में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 45 टेस्ट खेले गए जिनमें ऑस्ट्रेलिया ने अपना दबदबा बनाते हुए 23 टेस्ट जीते जबकि इंग्लैंड ने 15 टेस्टों में जीत हासिल की। दोनों देशों के बीच इस दौरान सात टेस्ट ड्रॉ रहे। 
                 
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया का हमेशा दबदबा रहा था लेकिन भारत ने फिर उसके दबदबे में ऐसी सेंध लगाई कि आज भारत दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बन गया। वर्ष 1999-2000 में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जमीन पर भारत को 3-0 से धो डाला। लेकिन 2000-01 में गांगुली की टीम इंडिया ने अपनी जमीन पर ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ 2-1 से थाम डाला।
                  
भारत ने 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्टों की सीरीज 1-1 से ड्रॉ करा ली। ऑस्ट्रेलिया ने 2004-05 में भारत को उसी के मैदान पर चार टेस्टों की सीरीज में 2-1 से पराजित किया। भारत ने 2007-08 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया और सीरीज 1-2 से गंवाई।
                
ऑस्ट्रेलिया की टीम 2008-09 में भारत दौरे पर आई और  भारत ने चार टेस्टों की सीरीज 2-0 से जीत ली। भारत ने 2010-11 में फिर अपनी जमीन पर ऑस्ट्रेलिया को दो टेस्टों की सीरीज में 2-0 से धो दिया। भारत ने हालांकि 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया में चार टेस्टों की सीरीज 0-4 से गंवा दी लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 2012-12 में चार टेस्टों की घरेलू सीरीज ऑस्ट्रेलिया से 4-0 से जीत ली।
        
भारत ने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया और चार टेस्टों की सीरीज 0-2 से गंवाई। मौजूदा सीरीज में भारत ने पुणे टेस्ट 333 रन से गंवाया लेकिन बेंगलुरु में जवाबी हमला करते हुए दूसरा टेस्ट 75 रन से जीत लिया। मुकाबला बहुत कड़ा हो चुका है और तीसरा टेस्ट जब 16 मार्च से रांची में शुरू होगा तो उसमें तनाव और रोमांच अपने चरम पर होगा।
        
भारत ने अनिल कुंबले की कप्तानी में 2008-09 में जब ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया तो उस समय भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन पर ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर साइमंडस पर नस्लभेदी टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया। कुंबले की कप्तानी वाली टीम ने उस सीरीज को रद्द करने की धमकी तक दे डाली थी। हालांकि बाद में हरभजन पर यह आरोप साबित नहीं हो पाया था लेकिन इस प्रकरण से दोनों देशों के संबंधों के बीच लंबे समय तक खटास पड़ी रही थी।
        
कुछ ऐसा ही मामला मौजूदा सीरीज के बेंगलुरु टेस्ट के दौरान देखने को मिला जब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने पगबाधा होने के बाद अपने ड्रैसिंग रूम की तरफ देखकर डीआरएस लेने के बारे में इशारा किया था जिस पर अंपायर नाइजेल लोंग ने हस्तक्षेप कर उन्हें वापस भेज दिया था। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में स्मिथ पर पहले भी इस तरह की हरकत करने का आरोप लगाया।
         
इसके बाद दोनों देशों के बोर्डों ने अपने अपने समर्थन में बयान जारी किए थे जिससे स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा था कि स्मिथ और विराट के खिलाफ आरोप लगाने का कोई मामला नहीं बनता है। बीसीसीआई ने फिर आईसीसी में स्मिथ को लेकर शिकायत की लेकिन भारतीय बोर्ड ने अपनी शिकायत को वापस ले लिया और दोनों बोर्डों ने एक साझा बयान जारी कर इस विवाद को ही समाप्त कर दिया।
         
यह विवाद तो समाप्त हो गया लेकिन दोनों टीमों के बीच इस विवाद की छाया रांची टेस्ट पर भी दिखाई दे सकती है। दोनों देशों के बीच क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता अब इतनी जबरदस्त हो गई है कि इसके सामने एशेज का रोमांच भी फीका पड़ गया है। (वार्ता) 


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पीसीबी ने इरफान को किया अस्थाई रूप से निलंबित