चटगांव:सलामी बल्लेबाज जाकिर हसन ने अपने पदार्पण टेस्ट मैच में ही शतक जमाया लेकिन अक्षर पटेल की अगुवाई में स्पिनरों ने भारत को अच्छी वापसी दिलाई जिससे वह बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां जीत दर्ज करने के करीब पहुंच गया।
बांग्लादेश ने 513 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 272 रन बनाये। वह लक्ष्य से अभी 241 रन दूर है। भारत को दो मैचों की श्रृंखला में बढ़त हासिल करने के लिए पांचवें और आखिरी दिन केवल चार विकेट निकालने होंगे।
जाकिर (100) ने नजमुल हुसैन शंटो (67) के साथ पहले विकेट के लिए 124 रन की साझेदारी करके बांग्लादेश को अच्छी शुरुआत दिलाई एक थी लेकिन भारत अंतिम दो सत्र में वापसी करने में सफल रहा। भारत की तरफ से अक्षर पटेल ने 50 रन देकर तीन विकेट लिए हैं जबकि उमेश यादव, रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप यादव ने एक-एक विकेट हासिल किया है।
भारत को पहले सत्र में एक भी सफलता नहीं मिली लेकिन दूसरे सत्र में वह तीन विकेट हासिल करने में सफल रहा। इस बीच भारत ने केवल 57 रन दिए जबकि पहले सत्र में बांग्लादेश ने सुबह बिना किसी नुकसान के 42 रन से आगे खेलते हुए लंच तक स्कोर 119 रन तक पहुंचाया था।
बांग्लादेश अगर तीसरे सत्र में 96 रन जोड़ने में सफल रहा तो उसका श्रेय कप्तान शाकिब अल हसन (नाबाद 40) को जाता है जिन्होंने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने अक्षर और कुलदीप पर छक्के भी लगाए। स्टंप उखड़ने के समय उनके साथ मेहदी हसन मिराज नौ पर खेल रहे थे।
जाकिर ने पहले दोनों सत्र में एक छोर संभाले रखा था लेकिन तीसरे सत्र के शुरू में ही शतक पूरा करने के बाद उनकी एकाग्रता भंग हो गई। वह अक्षर पटेल पर चौका लगाकर अपने पदार्पण टेस्ट मैच में ही सैकड़ा जड़ने वाले चौथे बांग्लादेशी बल्लेबाज बने। उनसे पहले अमीनुल इस्लाम, मोहम्मद अशरफुल और अबुल हसन ने यह उपलब्धि हासिल की थी। अमीनुल ने भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था।
लेकिन अश्विन के अगले ओवर में गेंद जाकिर के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर पैड से टकराई और हवा में उछल गई जिसे कैच करने में विराट कोहली ने कोई गलती नहीं की। जाकिर ने अपनी पारी में 24 गेंद का सामना किया तथा 12 चौके और एक छक्का लगाया।
भारत को पहली सफलता अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव ने दिलाई। उनकी गेंद शंटो के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर पहली स्लिप में कोहली के पास गई लेकिन वह उसे लपक नहीं पाए और गेंद उनके हाथ से छिटक कर नीचे गिरती इससे पहले विकेटकीपर ऋषभ पंत ने डाइव लगाकर उसे अपने दस्तानों में समा दिया।
अक्षर ने इसके बाद यासिर अली (पांच) को बोल्ड करके भारत को जल्द ही दूसरी सफलता भी दिला दी। यासिर आगे बढ़कर रक्षात्मक शॉट खेलना चाहते थे लेकिन उनका ऑफ स्टंप खाली था और वह गच्चा खाकर बोल्ड हो गए। लिटन दास (19) ने कुछ समय तक जाकिर का साथ दिया लेकिन कुलदीप की गुगली पर स्कूप करके वह लांग आन सीमा रेखा पर खड़े उमेश को कैच दे बैठे।
भारत ने 84 ओवर के बाद दूसरी नई गेंद ली लेकिन एक छोर से अक्षर के रूप में स्पिन आक्रमण बरकरार रखा। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में नई गेंद से कहर बरपाने वाले अक्षर ने फिर से कमाल दिखाया तथा अपने एक ओवर में मुशफिकुर रहीम (23) और नुरुल हसन (तीन) को आउट करके बांग्लादेश को गहरे संकट में डाल दिया।
रहीम रक्षात्मक रूप से खेलना चाहते थे लेकिन गेंद उनके बल्ले को गच्चा देकर ऑफ स्टंप से टकरा गई। पटेल ने इसी ओवर के अंतिम गेंद पर नुरुल हसन को आगे बढ़कर शॉट मारने के लिए ललचाया लेकिन गेंद उनके बल्ले से आंख चुराते हुए विकेटकीपर पंत के पास पहुंच गई जिन्होंने स्टंप आउट करने में कोई गलती नहीं की।
बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल दिख रही पिच पर पहले सत्र में भारत को सफलता से महरूम रखा।
पहले सत्र में भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और उमेश यादव ने ऐसी बहुत कम गेंद की जिससे कि उन्हें विकेट मिल पाता। उमेश ने शार्ट पिच और ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदें की जिन्हें जाकिर ने आसानी से डीप थर्डमैन जबकि शंटो ने प्रभावशाली तरीके से पुल किया। शंटो ने सिराज पर भी लगातार दो चौके जमाए। जाकिर का ऑफ स्पिनर अश्विन पर एक्स्ट्रा कवर पर लगाया गया शॉट दर्शनीय था।
भारत ने अपनी पहली पारी में 404 रन बनाने के बाद बांग्लादेश को 150 रन पर आउट कर दिया था। भारत ने शुभमन गिल (110) और चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 102) के शतकों की मदद से अपनी दूसरी पारी दो विकेट पर 258 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी।(भाषा)