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शर्मसार होने से बची BCCI, 2 दिन के टेस्ट की पिच पर ICC ने नहीं लगाया बैन, मिली औसत रेटिंग

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, सोमवार, 15 मार्च 2021 (11:20 IST)
दुबई: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी ) ने अहमदाबाद में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पिंक बॉल से खेले गए तीसरे टेस्ट की पिच को औसत की रेटिंग दी है जिससे यह पिच प्रतिबंधित होने से बच गई। इस पिच पर टेस्ट मैच दो दिन में समाप्त हो गया था जिसे भारत ने 10 विकेट से जीता था।
 
आईसीसी ने तीसरे टेस्ट के लिए मोटेरा की पिच को ‘औसत’ जबकि इसे मैदान पर खेले गए अंतिम टेस्ट की पिच को ‘अच्छी’ रेटिंग दी है चौथा टेस्ट तीन दिन में समाप्त हुआ था। अहमदाबाद में खेले गए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की पिच को ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग दी गई थी। इंग्लैंड ने पहला टी-20 आठ विकेट से जीता था। उल्लेखनीय है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड पर खेले गए पहले टेस्ट की पिच को भी ‘औसत’ रेटिंग मिली थी भारत एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में अपने इतिहास के न्यूनतम स्कोर 36 रन पर लुढ़क गया था।
 
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ गुलाबी गेंद का मैच 10 विकेट से जीता था जिसमें दोनों टीमें टर्निंग पिच पर 150 रन से ज्यादा का स्कोर बनाने में असफल रही थीं। भारत ने 145 और बिना विकेट गंवाए 49 रन बनाये थे जबकि इंग्लैंड की टीम दोनों पारियों में 112 और 81 रन ही बना सकी थी।

यह टेस्ट मैच 1935 के बाद से सबसे छाेटा मैच रहने के साथ ही एशिया में अब तक होने वाले टेस्ट मैच के मुकाबले सबसे कम स्कोर 387 वाला टेस्ट मैच बन गया था। इससे पहले का सबसे कम स्कोर का टेस्ट मैच 2002 में शारजाह में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ था। इसमें दोनों टीमों के कुल 422 रन बने थे। अहमदाबाद का यह टेस्ट मैच पिछले 74 वर्षों का सबसे कम स्कोर का टेस्ट मैच साबित हुआ।

टेस्ट इतिहास में यह 22वीं बार हुआ जब कोई टेस्ट मैच दो दिन के अंदर ही समाप्त हो गया। भारत में ऐसा दूसरी बार हुआ। इससे पहले 2018 में भारत ने अफगानिस्तान को बेंगलुरू में दो दिन में हरा दिया था। इन दो दिनों में दोनों टीमें 140.2 ओवर या 842 गेंदे ही खेल पाई।दिलचस्प बात यह है कि भारत बनाम इंग्लैंड के तीसरे टेस्ट में भी इतनी ही गेंदें और ओवर खेले गए थे।
 
नरेंद्र मोदी स्टेडियम की नयी बनी पिच को अगर ‘औसत से नीचे की रेटिंग मिलती तो इस पर प्रतिबंध लग सकता था। इंग्लैंड के कई पूर्व खिलाड़ियों ने इस पिच की कड़ी आलोचना की थी मैच के बाद इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज केविन पीटरसन ने हिंदी में ट्वीट करते हुए लिखा था कि एक मैच के लिए तो यह विकेट ठीक है लेकिन दोबारा ऐसा विकेट देखना नहीं चाहता।

लेकिन आईसीसी ने गुलाबी बाल की पिच को औसत की रेटिंग देकर भारत को शर्मसार होने से बचा लिया। भारत ने पहला टेस्ट हारने के बाद वापसी करते हुए 3-1 से श्रृंखला जीतकर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये क्वालीफाई किया था जो साउथम्पटन में खेला जाएगा। चेन्नई में खेले गये पहले और दूसरे टेस्ट की पिच को क्रमशः बहुत अच्छी और औसत रेटिंग मिली है पहले टेस्ट की पिच को ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग दी गयी है जिसमें इंग्लैंड ने जीत दर्ज की थी।
 
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन साल में कुल 680 मुकाबले खेले गए हैं और सिर्फ 8 पिच को औसत से नीचे की रेटिंग मिली है. इसमें भारत की एक भी पिच शामिल नहीं है. सबसे ज्यादा 4 पिच विंडीज की हैं, यहां की डोमिनिका, बारबाडोस, गयाना और एंटिगा की पिच को खराब रेटिंग मिली। इसके अलावा बांग्लादेश की ढाका और चटगांव जबकि दक्षिण अफ्रीका की वांडरर्स की पिच को औसत से नीचे माना गया है।
 
औसत से नीचे पिच का मतलब है कि उसे एक डी-मेरिट पॉइंट मिले। यह आंकड़े 18 फरवरी 2021 तक हैं, इसमें भारत और इंग्लैंड के बीच हुए मैच की पिच रिपोर्ट शामिल नहीं है. आईसीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वह हर पिच को छह तरीके से मापता है। मैच के बाद रेफरी की रिपोर्ट के अनुसार पिच को बहुत अच्छा, अच्छा, औसत, औसत से नीचे, खराब और अनफिट बताया जाता है. अंतिम तीन रिपोर्ट पर पिच को डी-मेरिट पॉइंट मिलते हैं और उन पर मैच आयोजन को लेकर कुछ समय के लिए बैन भी लगाया जाता है। (वार्ता)

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