आज मोटेरा स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम हो गया। विश्व के सबसे बड़े स्टेडियम और सरदार पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन राष्ट्रपति कोविंद ने किया।
गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले दिन रात्रि के टेस्ट शुरु होने के बाद से ही दर्शक इस बात का इंतजार कर रहे थे कि दूधिया रोशनी में इस स्टेडियम का नजारा कितना दिलकश होगा। उनका इंतजार खत्म हुआ जब इंग्लैंड की पारी खत्म हुई और भारत की बल्लेबाजी शुरु हुई। स्टेडियम में बैठा हर दर्शक मंत्र मुग्ध हो गया।
यह दूसरा मौका है जब भारत की सर जमीन पर गुलाबी गेंद से डे नाइट टेस्ट खेला जा रहा हो। ऐसा पहला टेस्ट कोलकाता के इडन गार्डन्स पर भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया था।
हालांकि इस टेस्ट में नजारा उतना बेहतरीन नहीं था क्योंकि वहां परंपरागत फ्लड लाइट्स का उपयोग किया गया था। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एलईडी फ्लडलाइट लगायी गयी है जिससे स्टेडियम का नजारा बेहद आकर्षक हो जाता है। इसका वीडियो बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर डाला है।
आमतौर पर स्टेडियम में फ्लड लाइट होती है और डे नाइट टेस्ट के दौरान बल्लेबाज को गुलाबी गेंद को देखने में दिक्कत आती है लेकिन यहां एलईडी लाइट से खिलाड़ियों को यहां ऐसी कोई भी दिक्कत नहीं आने वाली है।
हालांकि आज के दिन इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने 3 कैच टपकाए हैं अब उसका कारण लाइट्स है या खराब फील्डिंग यह तो पता नहीं लगाया जा सकता। लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने चिंता जताई कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर लाइट्स से दृश्यता पर असर पड़ सकता है और खिलाड़ियों को जल्दी ही खुद को इसके अनुरूप ढालना होगा।
दुनिया के इस सबसे बड़े नव सज्जित क्रिकेट स्टेडियम में पारंपरिक फ्लडलाइट नहीं है बल्कि छत के परिमाप में ही एलईडी लाइट्स फिट की गई है। यह दुबई के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के रिंग आफ फायर की तरह है जिससे फील्डिंग करने वाली टीम को दिक्कत आ सकती है। (वेबदुनिया डेस्क)