नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अधिकारी ने आरोप लगाया है कि भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को रविवार को तीसरे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के एक समूह ने नस्लीय टिप्पणियां करते हुए ब्राउन डॉग और बिग मंकी कहा। इन दर्शकों को बाद में सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) से बाहर कर दिया गया।
सिराज और टीम के उनके सीनियर साथी जसप्रीत बुमराह को शनिवार को भी नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था जिसकी शिकायत भारतीय टीम प्रबंधन ने औपचारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के मैच रैफरी डेविड बून से की थी।
बीसीसीआई सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, सिराज को ब्राउन डॉग और बिग मंकी कहा गया जो दोनों नस्लीय टिप्पणी हैं। मैदानी अंपायरों को तुरंत इस मामले की जानकारी दी गई। वे बुमराह को भी लगातार अपशब्द कह रहे थे।
रविवार को ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 86वें ओवर के दौरान सिराज को बाउंड्री से आकर स्क्वायर लेग अंपायर से बात करते देखा गया जिसके बाद गेंदबाजी छोर के अंपायर और बाकी सीनियर खिलाड़ी भी वहां आकर चर्चा करने लगे।
खेल लगभग 10 मिनट रुका रहा जिसके बाद स्टेडियम के सुरक्षाकर्मी और न्यू साउथ वेल्स पुलिस के कर्मचारी संबंधित स्टैंड में गए जहां से अपशब्द कहे जा रहे थे।
समीप के क्षेत्र में बैठे लोगों से बात करने के बाद पुलिस ने 6 समर्थकों को स्टेडियम से बाहर निकाल दिया और अब ये न्यू साउथ वेल्स पुलिस की हिरासत में हैं।
पता चला है कि शनिवार को भारतीय टीम ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद मैच अधिकारियों को दर्शकों के दुर्व्यवहार के बारे में बताया था लेकिन तब तक वे स्टेडियम से जा चुके थे।
सूत्र ने कहा कि असल में खिलाड़ी मैच के दौरान अपना ध्यान नहीं भटकाना चाहते थे और फैसला किया गया कि दिन का खेल खत्म होने के बाद इस मामले की शिकायत की जाएगी। हालांकि अंपायरों ने हमें कहा कि जब भी इस तरह की कोई चीज हो तो खिलाड़ी तुरंत इसकी जानकारी दें।
आईसीसी ने मांगी रिपोर्ट : आईसीसी ने रविवार को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दौरान दर्शकों द्वारा भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ नस्लीयय दुर्व्यवहार की घटनाओं की निंदा की और मेजबान देश के क्रिकेट बोर्ड से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी।
आईसीसी से जारी बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद सिडनी क्रिकेट मैदान में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान नस्लवाद की घटनाओं की कड़ी निंदा करता है और इसकी जांच में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को सभी आवश्यक समर्थन देने की पेशकश करता है। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु साहनी ने इस बात को दोहराया कि आईसीसी किसी भी तरह के भेदभाव के प्रति शून्य-सहिष्णुता की नीति अपनाता है।
उन्होंने कहा कि हमारे खेल में भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है और हम अविश्वसनीय रूप से निराश हैं कि प्रशंसकों का एक छोटा समूह ऐसा सोचता है कि यह घृणित व्यवहार स्वीकार्य है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास एक व्यापक भेदभावरोधी नीति है, जिसका सदस्यों को पालन करने के साथ यह भी सुनिश्चित करना है कि प्रशंसकों द्वारा इसका पालन किया जाए। हम मैदान के अधिकारियों और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा की गई कार्रवाई का स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा कि हम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और संबंधित अधिकारियों को मामले की किसी भी जांच में अपना पूर्ण समर्थन प्रदान करेंगे क्योंकि हम अपने खेल में किसी भी नस्लवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। (भाषा)