नई दिल्ली: दुनिया भर में बढ़ती टी20 लीग के कारण भले ही कुछ शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की प्राथमिकताएं बदली हों लेकिन इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने स्पष्ट किया कि 2023 में होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उनकी भागीदारी राष्ट्रीय टीम के कार्यक्रम पर निर्भर करेगी।विश्व के अग्रणी ऑलराउंडरों में से एक स्टोक्स पहले ही 50 ओवरों के प्रारूप से संन्यास ले चुके हैं और उनके लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने से अधिक महत्वपूर्ण और कुछ नहीं है।
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	स्टोक्स ने अपनी डॉक्यूमेंट्री सीरीज Ben Stokes: Phoenix from the Ashes को जारी किए जाने के अवसर पर पीटीआई से वर्चुअल बातचीत में कहा,  यह कार्यक्रम से जुड़ा मसला है। हमें देखना होगा कि आगे किस तरह का कार्यक्रम है। लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए सर्वोपरि है और मेरे सारे फैसले टेस्ट मैचों के कार्यक्रम पर ही निर्भर होंगे।उन्होंने कहा, अब मैं कप्तान हूं और ऐसा करना मेरी जिम्मेदारी है।
									
										
								
																	अब तक 84 टेस्ट मैचों में 5320 रन बनाने वाले और 185 विकेट हासिल करने वाले 31 वर्षीय स्टोक्स ने आईपीएल को शानदार टूर्नामेंट करार दिया लेकिन व्यस्त कार्यक्रम से मौका मिलने पर ही वह इसमें खेलेंगे।
स्टोक्स ने कहा,  मैं चार साल आईपीएल में खेला हूं और जब भी मैं उसमें खेलने के लिए गया मुझे वह बहुत अच्छा लगा। आईपीएल शानदार टूर्नामेंट है, न केवल इसलिए इसमें खेलने का मौका मिलता है बल्कि इसलिए भी कि इसमें आपको दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों और कोचों के साथ काम करने का अवसर भी मिलता है।
उन्होंने कहा, इस टूर्नामेंट का हिस्सा बनना अद्भुत अनुभव रहा है लेकिन जैसे मैंने कहा आईपीएल के समय के कार्यक्रम पर भी गौर करना होगा। इंग्लैंड का क्रिकेटर होने के नाते हमारा कार्यक्रम काफी व्यस्त रहता है और हम साल भर खेलते रहते हैं।
									
											
									
			        							
								
																	राजस्थान रॉयल्स ने स्टोक्स को नीलामी में लगभग 20 लाख डॉलर में खरीदा था।विश्व भर में बढ़ती टी20 लीग के कारण अब वनडे क्रिकेट की प्रासंगिकता पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। स्टोक्स ने जब इस प्रारूप से संन्यास लिया तो यह मसला काफी चर्चा में रहा था।
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	वनडे के भविष्य के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में स्टोक्स ने कहा, वर्तमान परिदृश्य में जबकि दुनियाभर में बहुत अधिक क्रिकेट खेली जा रही है तब यह सवाल प्रासंगिक है। हो सकता है कि इसकी गाज किसी प्रारूप पर पड़े। आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) इस पर गौर कर सकती है। कार्यक्रम को नए सिरे से तैयार करना या फिर प्रारूप को नया स्वरूप भी दिया जा सकता है।(भाषा)
									
			                     
							
							
			        							
								
																	जिस तरह से टी20 के साथ द हंड्रेड टूर्नामेंट भी चल रहा है ऐसे में स्टोक्स ने 40 ओवरों के वनडे का सुझाव भी दिया।उन्होंने कहा,  आप इंग्लैंड में देख सकते हैं उन्होंने द हंड्रेड के रूप में एक पूरी तरह से अलग प्रारूप तैयार किया और वह टी-20 के साथ चल रहा है। इस पर गौर किया जा सकता है। यह मेरी निजी राय है कि वह 50 ओवरों के मैच को 40 ओवरों का कर सकते हैं।
स्टोक्स ने कहा, क्योंकि बहुत अधिक क्रिकेट खेली जा रही है और क्या तीनों प्रारूपों को बनाए रखने के लिए यह एक तरीका हो सकता है। मुझे लगता है अगर आप (वनडे को) 50 की बजाय 40 ओवर का कर देते हैं तो यह एक समाधान हो सकता है।स्टोक्स ने कहा कि वनडे से संन्यास लेना उनके लिए मुश्किल फैसला था लेकिन उन्होंने अपने करियर को लंबा खींचने के लिए यह निर्णय किया।
									
			                     
							
							
			        							
								
																	उन्होंने कहा,  यह काफी मुश्किल फैसला था लेकिन इसके साथ ही इससे मेरे लिए चीजें आसान हो गई। मैं काफी समय से इस पर विचार कर रहा था कि मुझे सीमित ओवरों के किसी एक प्रारूप को छोड़ना होगा।(भाषा)