पहले ऋषभ पंत, फिर आर अश्विन और अब भुवनेश्वर कुमार, आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ की शुरुआत जबसे हुई है तब से भारतीय खिलाड़ियों ने ही हर माह इसे जीता है। वोटिंग के आधार पर भारत के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने यह पुरुस्कार जीत लिया।
भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को इंग्लैंड के खिलाफ मार्च में सीमित ओवरों की श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन के लिये आईसीसी महीने का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।भुवनेश्वर ने तीन वनडे में 4.65 की औसत से छह विकेट लिये जबकि पांच टी20 में 6.38 की औसत से चार विकेट चटकाये।
उन्होंने आईसीसी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा , लंबे और दर्दनाक ब्रेक के बाद भारत के लिये फिर खेलने की खुशी थी। मैने इस दौरान अपनी फिटनेस और तकनीक पर काफी काम किया। भारत के लिये फिर विकेट लेकर अच्छा लग रहा है।
उन्होंने कहा , मैं इस सफर में शुरू से मेरे साथी रहे हर व्यक्ति को धन्यवाद देना चाहता हूं। मेरा परिवार, दोस्त और साथी खिलाड़ी। आईसीसी वोटिंग अकादमी और मुझे मार्च महीने का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनने के लिये वोट देने वाले सभी प्रशंसकों को खास तौर पर धन्यवाद।
भुवनेश्वर यह पुरस्कार पाने वाले लगातार तीसरे भारतीय क्रिकेटर बन गए। जनवरी में पहला पुरस्कार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को मिला था जबकि फरवरी में आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पुरस्कार जीता था। भुवनेश्वर के अलावा अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान और जिम्बाब्वे के सीन विलियम्स भी दौड़ में थे।
भारत के पूर्व बल्लेबाज और आईसीसी वोटिंग अकादमी के सदस्य वीवीएस लक्ष्मण ने कहा , भुवी करीब डेढ साल चोटों के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल सका था। उसने शानदार वापसी करते हुए पावरप्ले और डैथ ओवरों में इंग्लैंड के आक्रामक बल्लेबाजों के सामने अच्छा प्रदर्शन करके भारत की जीत की नींव रखी।
भारत के खिलाफ चार वनडे में एक शतक और दो अर्धशतक जमाकर महिला बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची दक्षिण अफ्रीका की लिजेले ली सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी चुनी गई।उन्होंने कहा , मुझे खुशी है कि मुझे इस पुरस्कार के लिये चुना गया। यह और बेहतर प्रदर्शन के लिये प्रेरित करेगा । मेरी टीम को धन्यवाद जिसके बिना यह संभव नहीं था।
आईसीसी वोटिंग अकादमी के सदस्य रमीज राजा ने कहा , इन पिचों पर बल्लेबाजी आसान नहीं थी । उछालभरी पिचों से टर्निग पिचों पर सामंजस्य बिठाना कठिन है लेकिन ली ने यह बखूबी किया।भारत की पूनम राउत और राजेश्वरी गायकवाड़ भी पुरस्कार की दौड़ में थी।
हर महीने तीन दावेदारों का चयन मैदान पर उस महीने उनके प्रदर्शन और समग्र उपलब्धियों के आधार पर किया जाता है ।इसके बाद आईसीसी की स्वतंत्र वोटिंग अकादमी और दुनिया भर से प्रशंसक मतदान करते हैं ।आईसीसी वोटिंग अकादमी में सीनियर पत्रकार, पूर्व खिलाड़ी और प्रसारक और आईसीसी हॉल आफ फेम के कुछ सदस्य शामिल हैं। भारत से वीवीएस लक्ष्मण और पत्रकार मोना पार्थसारथी इस अकादमी के सदस्य थे।(भाषा)