मुम्बई: पिछले कुछ वर्षों के चलन से पीछा छुड़ाते हुए बीसीसीआई ने आगामी भारत-दक्षिण अफ़्रीका सीरीज़ में कड़े बायो-बबल के कड़े प्रावधानों में ढिलाई देने का फ़ैसला किया है। क्रिकइंफ़ो को ज्ञात हुआ है कि खिलाड़ियों और परिवारों को सात दिन के अनिवार्य क्वारंटीन पीरियड से गुज़रना नहीं पड़ेगा। सीरीज का पहला मैच नौ जून को दिल्ली में खेला जाएगा।
भारतीय टीम शनिवार या उससे पहले दिल्ली में एकत्रित होने वाली है। तेम्बा बवूमा की अगुवाई वाली दक्षिण अफ़्रीकी टीम दो जून को दिल्ली पहुंच सकती है। उनके दौरे के दल में कुल दस खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने आईपीएल 2022 में शिरकत की थी।
नहीं होगी आवाजाही पर रोक
नियमों में बदलाव का यह मतलब होगा कि खिलाड़ियों के होटल और स्टेडियम में आवाजाही पर किसी प्रकार की रोक नहीं होगी। हालांकि सभी को तमाम एहतियात बरतने और बड़ी सभाओं से जहां तक संभव हो दूरी बनाए रखने की हिदायत दी गई है। इसके अलावा यह भी जानकारी सामने आई है कि दल में शामिल किसी व्यक्ति के भीतर लक्षण मालूम पड़ने पर ही कोरोना टेस्ट किया जाएगा।
यह सीरीज़ महामारी के बाद पहली ऐसी सीरीज़ होगी जो कई मैदानों पर खेली जाएगी। इससे पहले फ़रवरी 2022 में वेस्टइंडीज़ के साथ हुई वनडे सीरीज़ अहमदाबाद और टी20 सीरीज़ कोलकाता में खेली गई थी। जबकि इस सीरीज़ में कुल 12 दिनों की अवधि में खिलाड़ी नई दिल्ली, कटक, विशाखापट्टनम, राजकोट और बेंगलुरु की यात्रा करेंगे। वहीं इन तमाम मैदानों पर दर्शकों की आवाजाही पर भी कोई रोक नहीं होगी।
भारत में घट रहे कोरोना के मामलों ने बायो-बबल में छूट देने के लिए प्रेरित किया है। 31 मई को भारत में कोरोना के कुल 2745 सक्रिय मामले दर्ज किए गए जबकि इसी दिन 2021 में भारत में कोरोना के सक्रिया मामलों की संख्या 127,510 थी। दूसरी तरफ़ तमाम क्रिकेट बोर्ड भी बायो-बबल प्रतिबंधों में ढिलाई कर रहे हैं। बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच हुई टेस्ट सीरीज़ बिना किसी प्रतिबंध के खेली गई। न्यूज़ीलैंड और इंग्लेंड के बीच दो जून से शुरु होने वाली टेस्ट श्रृंखला भी कुछ इसी वातावरण में खेली जाएगी।(वार्ता)