मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑफ स्पिनर ब्रूस यार्डली का कैंसर के कारण बुधवार को निधन हो गया। वह 71 साल के थे। तेज गेंदबाज के रूप में अपना करियर शुरू करके 27 साल की उम्र में ऑफ स्पिनर बनने वाले यार्डली पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे। उन्होंने पश्चिम ऑस्ट्रेलिया के कुनुनुरा जिला अस्पताल में अंतिम सांस ली।
पश्चिम ऑस्ट्रेलिया के मिडलैंड में पांच सितंबर 1947 को जन्में यार्डली ने जनवरी 1978 में 30 साल की उम्र में भारत के खिलाफ एडिलेड में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन राबर्ट्स ने यार्डली के निधन पर शोक व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, ब्रूस ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। उन्होंने मैदान के अंदर और बाहर कई तरह से अहम भूमिका निभाई।
यार्डली ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कोच और कमेंटेटर की भूमिका भी निभाई थी। वह 1996 से 1998 तक श्रीलंका की राष्ट्रीय टीम के कोच भी रहे थे। वह अपने देश के अन्य क्रिकेटरों के विपरीत मुथैया मुरलीधरन के गेंदबाजी एक्शन के समर्थक रहे थे।
यार्डली ने 33 टेस्ट मैचों में 126 विकेट लिए तथा इस दौरान छह बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने का कारनामा किया। उन्होंने एक बार मैच में दस विकेट लिए। इसके अलावा उन्होंने 978 रन बनाए जिसमें चार अर्धशतक शामिल हैं। यार्डली ने सात वनडे भी खेले जिसमें सात विकेट लिए।
इस ऑफ स्पिनर ने 105 प्रथम श्रेणी मैचों में 2738 रन बनाए और 344 विकेट हासिल किए। वह कुशल क्षेत्ररक्षक भी थे। उनके नाम पर टेस्ट क्रिकेट में 31 कैच दर्ज हैं।