अहमदाबाद: इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड ने भारत के खिलाफ मौजूदा दिन रात के टेस्ट में अंपायरिंग के स्तर का मसला मैच रैफरी जवागल श्रीनाथ के सामने उठाया जिन्होंने कहा कि कप्तान मैदानी अंपायरों के सामने सही सवाल उठा रहे थे।
इंग्लैंड की टीम तीसरे अंपायर सी शमसुद्दीन के दो फैसलों से नाराज थी। भारत के सलामी बल्लेबाज दूसरे ओवर में बेन स्टोक्स की कैच अपील से बच गए। इसके बाद रोहित शर्मा को स्टम्प आउट करने की बेन फोक्स की अपील खारिज कर दी गई।
इंग्लैंड और वेल्स् क्रिकेट बोर्ड के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा , इंग्लैंड के कप्तान और मुख्य कोच ने पहले दिन के खेल के बाद मैच रैफरी से बात की।
इसमें कहा गया , कप्तान और मुख्य कोच ने अंपायरों की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए कहा कि फैसलों में निरंतरता होनी चाहिये। मैच रैफरी ने कहा कि कप्तान अंपायरों से सही सवाल कर रहे थे।
गिल के मामले में कई तरह से फुटेज देखने के बाद उन्हें नाबाद करार दिया गया जबकि रोहित को तुरंत ही नॉट आउट करार दे दिया गया।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जाक क्रॉली ने पहले दिन के खेल के बाद प्रेस कांफ्रें में भी कहा , जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तब जैक के मामले में उन्होंने पांच या छह कोणों से फुटेज देखी लेकिन जब हम फील्डिंग कर रहे थे तो एक ही कोण से देखा । मैं नहीं कह सकता कि वे आउट थे या नहीं लेकिन चेकिंग और बेहतर हो सकती थी।
गौरतलब है कि स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर शुभमन गिल 0 की स्कोर पर स्लिप में लगभग अपना कैच बेन स्टोक्स को थमा चुके थे। मैदानी अंपायर के आउट करार दिए जाने के बाद तीसरे अंपायर से मदद मांगी गई। तीसरे अंपायर ने इस को नॉट आउट करार दिया। इस पर इंग्लैंड के कप्तान जो रूट समेत सभी इंग्लैंड के खिलाड़ी नाराज नजर आ रहे थे।
(भाषा)