सेंचुरियन: भारतीय सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने इंग्लैंड दौरे के शुरू से ही एक सूत्र अपनाया, ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को छोड़ना और इसका उन्हें फायदा मिला और वह टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की करने में सफल रहे।
राहुल ने लार्ड्स में यह तरीका अपनाया और शतक जड़ा। अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में भी उन्होंने इस तरह से सफलता हासिल की। उनके शतक की बदौलत भारत सेंचुरियन में पहली जीत दर्ज करने में सफल रहा। राहुल को मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
राहुल ने मैच के बाद कहा, यह ऐसी चीज है जिसका अभी मैं पूरा लुत्फ उठा रहा हूं। टेस्ट क्रिकेट का यह महत्वपूर्ण पहलू है कि आप ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों को छोड़ने का पूरा आनंद उठायें।
उन्होंने कहा, मुझे पता है कि हम बहुत एकदिवसीय और टी20 क्रिकेट खेलते हैं। मैदानों के चारों तरफ शॉट जमाना रोमांचक होता हैं लेकिन जब आप टेस्ट क्रिकेट में खेलते हैं, तो आपको अनुशासित होकर खेलना सीखना होता है। आपको सही गेंद का इंतजार करना सीखना होता है।
वह जानते हैं कि दोहराव बोझिल करने वाला हो सकता है लेकिन यही सफलता का सूत्र है।
राहुल ने कहा, गलतियां तब होती हैं जब आप एक ही चीज दोहराते हुए बोझिल हो जाते हो। मैंने इस साल इंग्लैंड में फिर से टेस्ट मैच खेलने के बाद रक्षात्मक शॉट खेलने और गेंदबाजों को थकाने का पूरा आनंद लिया।
विदेशों में अपने छह शतकों में वह इस शतक को किस नंबर पर रखेंगे, इस सवाल पर राहुल ने कहा, परिस्थितियों और विकेट को देखते हुए यह चुनौतीपूर्ण था, इसलिए मेरे लिये यह पारी बेहद महत्वपूर्ण है। शतक बनाने और टीम को जीत की स्थिति में लाने के लिये बहुत हिम्मत, दृढ़ संकल्प और अनुशासन की आवश्यकता थी। इसलिए यह शतक बेहद महत्वपूर्ण है।
राहुल ने इसके साथ ही कहा कि वह जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी पर स्लिप में क्षेत्ररक्षण करना पसंद करते हैं।
उन्होंने कहा, जब तक जसप्रीत बुमराह क्रिकेट खेल रहे हैं, मैं स्लिप में क्षेत्ररक्षण करना पसंद करूंगा। यह सबसे अच्छी स्थिति है। स्लिप एक अच्छी स्थिति है और जब शमी, बुमराह और (मोहम्मद) सिराज गेंदबाजी कर रहे हों तो मैं वहां क्षेत्ररक्षण करना पसंद करूंगा।(भाषा)