2 साल पहले भारतीय टेस्ट टीम से ड्रॉप हुए अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पुराने को दिलीप ट्रॉफी की किसी भी टीम ने अपना हिस्सा नहीं बनाया है। इन दो समकालीन टेस्ट बल्लेबाजों के लिए यह टीम इंडिया में वापसी की अंतिम आशा थी जो बुझ गई।रहाणे ने आखिरी बार भारत के लिये 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट आफ स्पेन में खेला था जबकि पुजारा को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले साल विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के बाद बाहर किया गया।
टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय से भारत के लिये नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाले पुजारा ने 2020 के बाद से 29.69 की निराशाजनक औसत से 52 पारियों (28 टेस्ट) में केवल एक शतक बनाया है। दिसंबर 2022 में चटगांव टेस्ट में उनके 90 और 102 नाबाद के स्कोर को हटाने पर उनकी बल्लेबाजी औसत गिरकर 26.31 हो जाती है।
उन्होंने 2021-2023 डब्ल्यूटीसी चक्र में 17 टेस्ट खेलकर 32 की औसत से 928 रन बनाये जिसमें एकमात्र शतक शामिल है। 2010 में अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले पुजारा ने कुल 103 टेस्ट मैचों में 43.6 की औसत के साथ 7195 रन बनाए हैं। वहीं इसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं।
अजिंक्य रहाणे ने अपना टेस्ट पदार्पण साल 2013 में किया था। अभी तक वह कुल 85 टेस्ट खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 38.5 की औसत के साथ 5077 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 26 अर्धशतक शामिल है।साल 2011 में अपने सफेद गेंद करियर का आगाज करने वाले अजिंक्य रहाणे अपना आखिरी टी-20 मैच साल 2016 के टी-20 विश्वकप सेमीफाइनल में खेल चुके थे जहां उनकी धीमी पारी ने टीम इंडिया का वेस्टइँडीज के खिलाफ खासा नुकसान किया था।इसके अलावा उन्होंने आखिरी वनडे 2018 में खेला था।
अब दोनों ही बल्लेबाज 37 और 36 उम्र के हो गए हैं।दोनों ही अपने कार्यकाल में किसी भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप विजेता टीम का हिस्सा नहीं बन पाए जबकि दोनों बार साल 2021 और साल 2023 फाइनल में दोनों ही अंतिम ग्यारह का हिस्सा रहे।