सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के लीजेंड तेज गेंदबाज ग्लेन मैग्राथ (Glenn McGrath) का मानना है कि भारत के श्रीमान भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को इस बार ऑस्ट्रेलिया (India Australia Cricket Series) की जमीन पर तेज पिचों पर रन बनाने के लिए संघर्ष करना होगा।
भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के प्रसारणकर्ता सोनी द्वारा आयोजित चर्चा में मैग्राथ ने कहा, पिछली बार हालात पुजारा के पक्ष में थे लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। वह लंबे वक्त से क्रिकेट से दूर हैं और उन्होंने क्रीज पर ज्यादा वक्त नहीं बिताया है। ऐसे में इस बार उन्हें रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018-19 में हुई पिछली सीरीज में चेतेश्वर पुजारा की शानदार बल्लेबाजी के दम पर 2-1 से सीरीज जीती थी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का इतिहास बनाया था। पुजारा ने उस सीरीज में तीन शतकों की मदद से 571 रन बनाए थे।
कप्तान विराट कोहली के पहले टेस्ट मैच के बाद पितृत्व अवकाश लेने से बाकी के 3 टेस्ट मैचों में बल्लेबाजी का दारमोदार पुजारा के कंधों पर होगा। विराट एडिलेड में पहला टेस्ट खेलकर स्वदेश वापस लौट जाएंगे।
जेम्स एंडरसन के बाद दुनिया के सबसे सफल तेज गेंदबाज मैग्राथ ने हालांकि पुजारा की तारीफ करते हुए कहा, वह ऐसे बल्लेबाजों में नहीं हैं जो रन नहीं बनने से दबाव में आ जाते हैं। इसी टेम्परामेंट की वजह से पिछले दौरे पर उन्हें मदद मिली थी और उन्होंने काफी रन बनाए थे।
मैग्राथ ने कहा, विराट के पास केवल एक ही टेस्ट में अपना प्रभाव छोड़ने का मौका है। दो वर्ष पहले एडिलेड के खिलाफ पहली टेस्ट जीत से उनका काफी मनोबल बढ़ा होगा। जहां तक और बल्लेबाजों की बात है, रोहित शर्मा बेहतरीन बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट में अब तक वह मुकाम हासिल नहीं किया है जिसके वह हकदार हैं। हो सकता है विराट की स्वदेश वापसी के बाद वह अपना जौहर दिखा सकें। आप केवल एक खिलाड़ी पर आश्रित नहीं हो सकते हैं। आपके पास पुजारा, अजिंक्य रहाणे और लोकेश राहुल हैं। भारत के पास मजबूत बल्लेबाजी क्रम है।
इससे पहले पुजारा ने उम्मीद जताई थी कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में इतिहास दोहराने में सफल रहेगी। पुजारा का मानना है कि भारत के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस बार भी टेस्ट सीरीज जीतने का अच्छा मौका है। उन्होंने कहा, भारत के गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया में सफल होना जानते हैं और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी आक्रमण का मुकाबला करने में सक्षम हैं। डेविड वॉर्नर और स्टीवन स्मिथ की वापसी से उत्साहित मेजबान टीम की बल्लेबाजी काफी मजबूत है।
पुजारा ने कहा, ऑस्ट्रेलिया का बल्लेबाजी क्रम पिछले बार की अपेक्षा इस बार ज्यादा मजबूत है। इसलिए मेहमान टीम को जीत के लिए काफी प्रयास करने होंगे। निस्संदेह स्मिथ, वॉर्नर और मार्नस लाबुशेन बढ़िया खिलाड़ी हैं लेकिन हमारे मौजूदा गेंदबाजों के बारे में अच्छी बात यह है कि उनमें से अधिकांश पिछली सीरीज में खेले थे और इस बार भी वह उससे अलग नहीं होगा।
32 वर्षीय पुजारा ने कहा, वे जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में कैसे सफल होना है, क्योंकि उन्होंने अतीत में वहां सफलता का स्वाद चखा है। उनके पास अपने खेल के लिए योजनाएं हैं और अगर हम उसे अच्छी तरह मैदान पर उतरते हैं तो वे स्मिथ, वॉर्नर और लाबुशेनको जल्दी आउट करने में सक्षम होंगे।
एडिलेड में दिन-रात्रि के पहले टेस्ट के लिए पुजारा ने कहा, यह एक अलग चुनौती होगी क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में गुलाबी गेंद के साथ अलग तरह की गति और उछाल मिलेगी। हम ऑस्ट्रेलिया में गुलाबी कूकाबूरा से खेलेंगे। यह थोड़ा अलग होगा। एक टीम के रूप में और बतौर खिलाड़ी गुलाबी गेंद और रोशनी का अभ्यस्त होना पड़ेगा। शाम का समय अधिक चुनौतीपूर्ण है, लेकिन अधिक अभ्यास से इसकी आदत पड़ जाएगी। इसमें थोड़ा वक्त लगता है।