सिडनी। वेस्टइंडीज के विवादास्पद बल्लेबाज क्रिस गेल फेयरफैक्स मीडिया के खिलाफ अपने मानहानि के मुकदमे में विजयी रहे हैं। न्यू साउथवेल्स की सर्वोच्च अदालत ने पुख्ता साक्ष्यों के अभाव में कैरेबियाई खिलाड़ी के हक में अपना फैसला सुनाया।
वेस्टइंडीज की पूर्व महिला मालिशिया लियान रसेल ने गेल पर आरोप लगाया था कि 2015 विश्व कप के दौरान सिडनी ड्रेसिंग रूम में गेल उनके सामने नग्न हो गए थे। फेयरफैक्स मीडिया ने मालिशिया के हवाले से गेल पर यह आरोप लगाया था जिसके बाद गेल ने मीडिया समूह पर छवि खराब करने के लिए मानहानि का मुकदमा ठोंका था।
हालांकि अदालत ने साक्ष्यों के अभाव में गेल को इस आरोप से बरी कर दिया है, जो क्रिकेटर के लिए बड़ी राहत है। 4 सदस्यीय पीठ ने 2 घंटे से कम में इस मामले पर सुनवाई के बाद अपने फैसले में कहा कि सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड, द एज और कैनबरा टाइम्स प्रकाशित करने वाले फेयरफैक्स मीडिया की जनवरी 2016 में छापी गई खबर को सही ठहराने के लिए पुख्ता साक्ष्य उपलब्ध नहीं है और मीडिया ने इस मामले में ठीक ढंग से अपनी भूमिका नहीं निभाई है। (वार्ता)