कोलकाता। भारत और वेस्ट इंडीज के बीच इंदौर में 24 अक्टूबर को होने वाला दूसरा वनडे कॉम्प्लीमेंट्री टिकटों को लेकर विवाद के चलते विशाखापत्तनम स्थानांतरित कर दिया गया है और अब बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) ने भी कहा है कि वह कॉम्प्लीमेंट्री टिकटों को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा।
बंगाल क्रिकेट संघ के मैदान ईडन गार्डन में भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन ट्वंटी-20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 4 नवम्बर को खेला जाना है। बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक 90 प्रतिशत टिकट दर्शकों के लिए उपलब्ध कराई जानी हैं जबकि बाकी बची 10 प्रतिशत टिकट राज्य संघ के लिए होंगी।
बीसीसीआई टिकट बंटवारे के बाद अपने इस्तेमाल के लिए अतिरिक्त टिकट भी चाहता है। बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इस मामले में अड़ियल रुख अख्तियार किया है और उनका कहना है कि कॉम्प्लीमेंट्री टिकटों को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
गांगुली ने कहा, 'हम कॉम्प्लीमेंट्री टिकट के संबंध में समझौता नहीं करेंगे। हमें जिन्हें कॉम्प्लीमेंट्री टिकट देनी है, हम उन्हें देंगे। हम इस मुद्दे पर समझौता नहीं करेंगे। मैं इंदौर के मामले में पूरी तरह एमपीसीए के साथ हूं। लोग कभी व्यवहारिक समस्याएं नहीं समझते हैं।' कैब अध्यक्ष ने साथ ही स्पष्ट तौर पर कहा, 'टिकट बंटवारे के मुद्दे पर हमारा रुख साफ है।
भले ही ईडन गार्डन से 4 नवंबर को होने वाला मुकाबला वापस ले लिया जाए लेकिन हम समझौता नहीं करेंगे।' कैब लगभग 30 हजार टिकट कॉम्प्लीमेंट्री टिकट के रूप में बांटता है, जो ईडन गार्डन की दर्शक क्षमता का आधा हिस्सा है। गांगुली ने कहा, 'हम 30 हजार टिकट कॉम्प्लीमेंट्री टिकट को सरकारी एजेंसियों को बांटते हैं, जो मैच के सुचारु आयोजन में हमारी मदद करते हैं।
मैं अब सरकारी तंत्र और नौकरशाहों को जाकर यह नहीं कह सकता कि आप जाकर टिकट खरीदें और मैच देखें।' गांगुली का यह रुख बीसीसीआई के लिए नई परेशानी का सबब बन सकता है। गांगुली ने साफ कह दिया है कि बीसीसीआई चाहे मैच छीन ले, कैब कोई समझौता नहीं करेगा।