ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका का बॉक्सिंग डे टेस्ट सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का 100वां पड़ाव बना। अब तक वह 45 की औसत के साथ 7922 रन और 24 शतक और 34 शतक जड़ चुके हैं। हालांकि इतने लंबे करियर के बाद भी वह कप्तानी से महरूम रहे। कप्तानी प्रतिबंधित विवाद के कारण वह मानसिक रुप से प्रताड़ित भी रहे।
गौरतलब है कि वॉर्नर ने उनके कप्तान बनने पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिये क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से अपील की थी। वॉर्नर और बोर्ड दोनों ही बंद दरवाज़ों के पीछे इस मामले पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा गठित समिति इस काम को सार्वजनिक रूप से करना चाहती थी। वॉर्नर ने इसके बाद अपनी अपील वापस लेते हुए कहा था कि वह "अपने परिवार को क्रिकेट के गंदे कपड़े धोने वाली मशीन नहीं बनाना चाहते।"
ऑस्ट्रेलिया ने 30 नवंबर को शुरू हुए पर्थ टेस्ट में वेस्ट इंडीज का सामना किया था। यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने 164 रन से जीत लिया था, हालांकि वॉर्नर मैच की दो पारियों में क्रमशः पांच और 48 रन ही बना सके थे।
वॉर्नर ने कहा, "पर्थ टेस्ट से पहले मेरा मानसिक स्वास्थ्य शायद वहां नहीं था जहां मुझे 100 प्रतिशत होने की जरूरत थी। उस समय यह चुनौतीपूर्ण था। अगर मैं इस काम को अपने तरीके से करता तो हम इसे हल कर लेते। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से मेरे पास वास्तव में कोई समर्थन नहीं था। मेरी टीम के साथी और हमारी टीम का स्टाफ बिल्कुल अद्भुत थे। उन्होंने, मेरे परिवार और दोस्तों ने मुझे उस दौर से निकाला।"
मैदान पर उनके संघर्ष के बावजूद वार्नर ने कभी भी राष्ट्रीय टीम से अलग होने पर विचार नहीं किया।वॉर्नर ने कहा, "मुझ ऐसा कभी नहीं लगा कि मैं क्रिकेट छोड़ दूं या पीछे हट जाऊं। मुझे लगता है कि मैं कुछ भी कर सकता हूं। उस समय मेरा ध्यान रन बनाने और टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने पर था। मैं अब भी वही काम फिर से करूंगा क्योंकि मैं यही करना जानता हूं। मैं मैदान पर जाने और टीम के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बारे में सोचता हूं। मैं आगे बढ़ चुका हूं और अब मैं मानसिक रूप से सकारात्मक महसूस कर रहा हूं।"
वॉर्नर का कहना है कि वह तीन मैचों की इस शृंखला के बाद एक बार फिर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ बैठकर बात कर सकते हैं।उन्होंने कहा, "इस सीरीज के खत्म होने के बाद मैं इस बारे में बात करूंगा। मेरे लिये इस समय दक्षिण अफ्रीका का सामना करने के लिये मानसिक रूप से सही जगह होना जरूरी है। मैं एक और बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलने के लिये तैयार हूं और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें एक सीरीज जीतनी है।"