ऑस्ट्रेलिया की सबसे सफल कप्तान Meg Lanning ने कम उम्र में डिप्रेशन की वजह से लिया था संन्यास
						
		
						
				
उन्होंने कहा कि एक समय पर डिप्रेशन ने उन्हें इतना घेर लिया कि दो घंटे भी सो नहीं पाती थी
			
		          
	  
	
		
										
								
																	Meg Lanning retirement due to depression : आस्ट्रेलिया की छह बार की विश्व कप विजेता पूर्व क्रिकेट कप्तान मेग लानिंग ने खुलासा किया है कि डिप्रेशन के दौरे और अत्यधिक व्यायाम तथा कम खाने से वजन घटने के कारण उन्होंने 31 वर्ष की उम्र में ही खेल को अलविदा कह दिया।
 
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	लानिंग ने बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने के बाद मानसिक स्वास्थ्य के लिए छह महीने का ब्रेक लिया था। उन्होंने Ashes 2023 के बाद खेल को अलविदा कह दिया लेकिन कोई कारण नहीं बताया था।
 
									
										
								
																	
	 
	उन्होंने  Howie Games Podcast  में कहा , सभी मुझसे कहते थे कि कुछ सही नहीं हो रहा है लेकिन मैने स्वीकार नहीं किया। मैं क्रिकेट खेलने की स्थिति में नहीं थी। एशेज जैसी श्रृंखला के लिए मानसिक और शारीरिक तौर पर काफी प्रतिबद्ध रहने की जरूरत होती है।
 
									
											
									
			        							
								
																	
	 
	उन्होंने कहा कि एक ऐसा समय आया जब उनकी भूख ही खत्म हो गई और सप्ताह में 90 किलोमीटर दौड़ने के बाद वह सिर्फ दो बार खाना खाती थी जिससे काफी वजन कम हो गया।
 
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	उन्होंने कहा , मैं कम खाती थी और ज्यादा वर्जिश करती थी। मेरा वजन 64 किलो से 57 किलो हो गया। इससे मेरी एकाग्रता पर असर पड़ा। मैं दूसरे लोगों को देखना नहीं चाहती थी। अपने परिवार और दोस्तों से भी कट गई। फिर मुझे लगा कि अब इस पर रोक लगनी चाहिए।
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	लानिंग ने कहा , मैं बस कान में ईयरफोन लगाकर दौड़ने चली जाती। फोन भी साथ नहीं रखती थी। संगीत के लिए Apple Watch ले जाती । इससे कोई मुझसे संपर्क नहीं कर पाता। धीरे धीरे यह मेरी आदत बन गई।
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	 
	उन्होंने कहा कि एक समय पर डिप्रेशन ने उन्हें इतना घेर लिया कि दो घंटे भी सो नहीं पाती थी।