कोलकाता। बीसीसीआई प्रमुख अनुराग ठाकुर ने सोमवार को संकेत दिया कि बोर्ड विवादास्पद अंपायरों के फैसलों की समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) को लागू करने के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए यह तकनीक कम से कम पूर्णता के स्तर के करीब हो।
ठाकुर ने जोर देते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि वे डीआरएस के इस्तेमाल के अनिच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि वे 9 से 13 अक्टूबर के बीच केपटाउन में होने वाली आईसीसी की तिमाही सीईसी बैठक में इस मुद्दे को उठाएंगे।
ठाकुर ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे टेस्ट के मौके पर अनौपचारिक बातचीत के दौरान मीडिया से कहा कि हम फिर से डीआरएस का काम देखेंगे। अगर यह संतोषजनक होता है तो बीसीसीआई डीआरएस का इस्तेमाल कर सकता है। हम इस सत्र में घरेलू मैदान में 13 टेस्ट मैचों की मेजबानी कर रहे हैं तो क्यों नहीं? यह सब फीडबैक और डीआरएस के हालिया ट्रॉयल के परिणामों पर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के डिजिटल युगल में इसके इस्तेमाल के लिए ऐसी कोई चीज नहीं है, जो हमें रोक रही है। हम इस पर भरोसा करते हैं। हम चाहते हैं कि अगर यह उत्तम नहीं है तो कम से कम यह पूर्णता के करीब हो तथा भारतीय मुख्य कोच अनिल कुंबले इस मामले को देख रहे हैं, जो आईसीसी क्रिकेट समिति के अध्यक्ष हैं।
ठाकुर ने कहा कि हम इसे (डीआरएस) फूलप्रूफ बनाना चाहते हैं, यही विचार है। क्रिकेट समिति में कुंबले हमारा प्रतिनिधित्व करेंगे और वे कोच हैं और कप्तान विराट कोहली से इसके बारे में चर्चा कर सकते हैं और सुझाव आगे बढ़ा सकते हैं। (भाषा)