साउथेम्पटन। क्रैग ब्रैथवेट के शानदार अर्धशतक (65) के बाद शेन डाउरिच के 61 और रोस्टन चेस की 47 रनों की कीमती पारी की बदौलत वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में तीसरे दिन अपनी पहली पारी में 318 रन बनाए। इंग्लैंड की पहली पारी 204 रनों पर खत्म हुई थी जबकि दूसरी पारी में खेल खत्म होने तक उसने बिना किसी नुकसान के 15 रन बना लिए थे। इंग्लैंड अभी भी 99 रन पीछे है।
चमकीली धूप में तीसरे दिन का आकर्षण ब्रैथवेट और शेन डाउरिच की बेहतरीन बल्लेबाजी रही, जिसने अंग्रेज गेंदबाजों को काफी परेशान किया। मेहमान टीम ने खेल के दूसरे सत्र में सिर्फ 2 विकेट खोए।शमर ब्रूक्स 39 और जर्मेन ब्लैकवुड 12 रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले वेस्टइंडीज ने 3 विकेट गंवाए थे। सलामी बल्लेबाज कैंपबेल (28), शाई होप (16) और ब्रैथवेट (65) आउट होने वाले बल्लेबाज रहे।
खेल के अंतिम सत्र में वेस्टइंडीज के 5 विकेट पैवेलियन लौटे और पूरी टीम 102 ओवर में 318 रनों पर सिमट गई। इस तरह पहली पारी के आधार पर उसे 114 रनों की बढ़त मिली।
इंग्लैंड की तरफ से कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स ने 49 रन देकर 4, जेम्स एंडरसन ने 62 रन देकर 3 और डॉम बेस ने 51 रन देकर 2 विकेट लिए। तीसरे दिन के शेष बचे खेल में इंग्लैंड की सलामी जोड़ी रोरी बर्न्स (10) और सिबली (5) ने 15 रन एकत्र कर लिए थे।
दूसरे दिन का खेल कल खराब रोशनी के कारण समय से पहले समाप्त घोषित कर दिया गया था। तब जब वेस्टइंडीज ने 19.3 ओवर में 1 विकेट खोकर 57 रन बनाए थे। खेल खत्म होने के समय शाई होप 28 और क्रैग ब्रैथवेट 20 रन पर नाबाद थे।
इससे पहले सुबह तीसरे दिन वेस्टइंडीज ने 57/1 से आगे पारी शुरू की। ब्रेथवेट जहां इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को अच्छी खासी नसीहत दे रहे थे तो वही दूसरी ओर होप रक्षात्मक रवैया अपनाए हुए थे। 16 रन के निजी स्कोर पर डोमेनिक बेस की गेंद पर होप स्टोक्स के हाथों लपके गए। वेस्टइंडीज का दूसरा विकेट 102 रन के कुल स्कोर पर गिरा।
ब्रैथवेट 140 रन के कुल स्कोर पर आउट हुए। उन्हें बेन स्टोक्स ने पगबाधा आउट किया। ब्रैथवेट ने 125 गेंदों का सामना किया और 6 चौके लगाए।
सनद रहे कि कोरोनावायरस महामारी के चलते 117 दिनों के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई है लेकिन यह वापसी बिलकुल फीकी है क्योंकि दर्शकों के बिना इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का यह पहला टेस्ट खेला जा रहा है, जिसमें कई तरह की पाबंदियां हैं। इस तरह के क्रिकेट से न तो क्रिकेटर खुश हैं और न ही टीवी पर इस टेस्ट को देखने वाले दर्शक मिल रहे हैं। आप इसे फ्लॉप शो मान सकते हैं।