ब्रिस्बेन:अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की ओर से शनिवार को इंग्लैंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में खेले गए पहले एशेज टेस्ट मैच में धीमे ओवर रेट के लिए 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) तालिका में उसके पांच अंक भी काटे गए हैं।
आईसीसी ने शनिवार को एक बयान में कहा, “ इंग्लैंड की टीम के निर्धारित समय में पांच ओवर कम फेंके जाने के बाद मैच रेफरी डेविड बून की ओर से टीम पर यह जुर्माना लगाया है।
प्रत्येक ओवर के हिसाब से लगा 20 प्रतिशत जुर्माना
खिलाड़ियों और उनके व्यक्तिगत सपोर्ट स्टाफ के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22, जो धीमे ओवर रेट उल्लंघन से संबंधित है, के अनुसार अगर कोई टीम आवंटिम समय में पूरे ओवर फेंकने विफल रहती है ताे उस पर प्रत्येक ओवर के हिसाब से 20 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता है। वहीं आईसीसी डब्ल्यूटीसी की खेल स्थितियों के मुताबिक प्रत्येक ओवर के हिसाब से एक अंक भी काटा जाता है। ”
इसके अलावा प्लेयर ऑफ द मैच रहे ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ट्रैविस हेड पर भी आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.3 के उल्लंघन के लिए 15 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है जो खिलाड़ियों तथा उनके सहयोगी सदस्यों के साथ अभद्र भाषा के इस्तेमाल से संबंधित है।
जुर्माने के साथ ही ट्रैविस के अनुशासन रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है। यह घटना गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 77वें ओवर में हुई, जब ट्रैविस ने इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। चूंकि ट्रैविस ने अपनी गलती के लिए माफी मांग ली है और जुर्माना स्वीकार कर लिया है, इसलिए मामले में कोई औपचारिक सुनवाई नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया ने पहले एशेज टेस्ट मैच के चौथे दिन शनिवार को इंग्लैंड को 297 रन पर ऑलआउट कर और 20 रन का बेहद छोटा लक्ष्य बाद में 5.1 ओवर में पूरा कर इंग्लैंड को नौ विकेट से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया के पास पांच मैचों की इस सीरीज में अब 1-0 की बढ़त है। दोनों टीमों के बीच दूसरा एशेज टेस्ट एडिलेड ओवल में 16 से 20 दिसंबर के बीच होगा।
हमारी टीम चुनौतियों से नहीं डरती: जो रूट
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एशेज टेस्ट में नौ विकेट से मिली हार के बावजूद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने शनिवार को जोर देकर कहा कि इंग्लैंड गाबा में मिली हार से आराम से उबर सकता है और उनकी टीम चुनौती से नहीं डरती लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी टीम का क्षेत्ररक्षण और पहली पारी में बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन काफ़ी निराशाजनक था।
इंग्लैंड पहली पारी में दो सत्रों के भीतर 147 रन पर आउट हो गया था। पहले दिन टॉस जीत कर रूट ने एक मुश्किल पिच पर पहले बल्लेबाज़ी करने का विकल्प चुना था। पहली पारी में इतने कम स्कोर पर आउट होने के बाद जब इंग्लैंड की टीम क्षेत्ररक्षण करने उतरी तो उन्होंने पांच कैच छोड़े और कम से कम दो रन आउट के मौके़ गंवाए। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 278 रन की अहम बढ़त हासिल की। रूट ने कहा कि उनके पक्ष ने अतीत में हार का अच्छा जवाब दिया है, लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उनके टीम का प्रदर्शन का स्तर इस मैच में काफ़ी ख़राब था।
उन्होंने बीटी स्पोर्ट से बात करते हुए कहा, "हम एक ऐसी टीम हैं जिसने हाल के दिनों में इस तरह की स्थितियों के लिए हमेशा अच्छी प्रतिक्रिया दी है। हम चुनौतियों से नहीं डरते। हम कठिन परिणाम का सामना करने से नहीं डरते हैं और हमें बस यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इस तरह के परिणाम के बाद ठीक उसी तरह की प्रक्रिया दें, जैसा हम अतीत में देते आए हैं।"
कप्तान ने कहा,"टॉस के बारे में मुझे लगता है कि यह सही निर्णय था, लेकिन जब आप की टीम ने 40 [29] के स्कोर पर 4 विकेट गंवा दिए हों तो मैच में वापसी करना मुश्किल होता है। हमने गेंद के साथ इतने सारे मौके़ बनाए। मुझे लगा कि हमारे गेंदबाज़ उत्कृष्ट थे।"(वार्ता)