लंदन। भारतीय क्रिकेट टीम में महेंद्र सिंह धोनी का वारिस माने जा रहे ऋषभ पंत ने कहा कि भारत के पूर्व कप्तान ने उन्हें आईपीएल करार से लेकर विकेटकीपिंग में हाथ और दिमाग के तालमेल से जुड़े कई गुर सिखाए हैं।
बीस बरस के पंत ने कहा कि मुझे जब भी माही भाई से किसी मदद की जरूरत होती, मैं उनसे बात कर लेता था। मेरे आईपीएल अनुबंध से लेकर विकेटकीपिंग तक, उन्होंने मुझे हर मामले में सलाह दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुझे हमेशा कहा है कि विकेटकीपिंग में हाथ और दिमाग का तालमेल बहुत जरूरी है। शरीर का संतुलन बाद में आता है। उनकी सलाह से मुझे काफी मदद मिली है।
पंत ने कहा कि भारतीय ड्रेसिंग रूम का माहौल काफी सकारात्मक है। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बावजूद इंग्लैंड दौरे पर वनडे और टी20 टीम में नहीं चुने गए पंत को टेस्ट टीम में मौका मिला है। उन्होंने कहा, जब भी मैं भारतीय ड्रेसिंग रूम में आता हूं तो मुझे काफी सकारात्मक माहौल मिलता है। हर कोई एक दूसरे का समर्थन करता है जो सबसे अहम है।
यह पूछने पर कि आईपीएल से वनडे और फिर इंग्लैंड में चार दिनी क्रिकेट के प्रारूप में ढलने में कोई दिक्कत तो नहीं आई, पंत ने ना में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा फर्क नहीं है। बात शॉट्स के चयन की है। लाल गेंद से खेलते समय आप आसपास देख सकते हैं और समय ले सकते हैं क्योंकि इसमें पांच दिन का समय होता है। सीमित ओवरों में समय और गेंद कम रहती है।
पंत ने भारत-ए के कोच राहुल द्रविड़ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, वह मुझे एक ही बात कहते हैं कि सब्र से काम लो। मैदान से भीतर और बाहर भी। इसके अलावा लाल गेंद से खेलते समय अपने खेल पर और मेहनत करो। खेल की रफ्तार को देखकर अपने खेल में बदलाव करना जरूरी है। (भाषा)