मुंबई: भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और बीसीसीआई में भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा एक स्टिंग ऑपरेशन में चौंकाने वाले खुलासे करते नजर आ रहे हैं। चेतन ने दावा किया कि विराट कोहली को सौरव गांगुली पसंद नहीं करते थे और इसी वजह से रोहित शर्मा को कप्तानी सौंपी गई।
बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि कैसे स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली को टी20 कप्तानी से हटने के बाद वनडे कप्तानी से हटा दिया गया। एक टीवी चैनल ने यह स्टिंग ऑपरेशन किया था। चैनल द्वारा किए गए इस स्टिंग ऑपरेशन में चेतन शर्मा कहते हैं कि बीसीसीआई ने उस समय कोहली के खराब फॉर्म को देखते हुए उन्हें वनडे की कप्तानी से हटाया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में चेतन शर्मा कथित तौर पर भारत के कप्तान के रूप में कोहली के कार्यकाल से संबंधित प्रकरण के बारे में बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई विराट के आचरण से नाराज था क्योंकि वह खुद को खेल से ऊपर समझने लगे थे।
उन्हें बीसीसीआई और चयन समिति द्वारा स्पष्ट रूप से टी20ई कप्तानी छोड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा गया था। वह यह दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अनावश्यक रूप से चयन समिति में इसका मुद्दा उठाया। वह तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष के साथ इस पर बात करना चाहते थे।
चेतन शर्मा ने कहा कि बीसीसीआई ने विराट की खराब फॉर्म का फायदा उठाया और उन्हें कप्तानी से हटा दिया। उन्हें देश के नंबर एक बल्लेबाज के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था। यह शर्मनाक था।
उन्होंने कई भारतीय खिलाड़ियों के फिट होने के लिए इंजेक्शन लेने के बारे में भी विस्फोटक खुलासे किए। इसके अलावा, चेतन शर्मा ने दावा किया कि बड़े क्रिकेटर अपने डॉक्टरों की सेवाओं का उपयोग करते हैं, जो खुशी से इंजेक्शन देते हैं। उन्होंने कहा,“ खिलाड़ी फिट नहीं हैं लेकिन वे खेलने के लिए इंजेक्शन लेते हैं। वह 80 प्रतिशत फिटनेस पर भी खेलने के लिए तैयार हैं। खिलाड़ी इंजेक्शन लेते हैं और खेलना शुरू कर देते हैं।”
उन्होंने कहा, “बुमराह झुक भी नहीं सकते तो क्या करें? खेलते हुए उन्हें एक-दो बार बड़ी चोट लग जाती है। वर्ना 80 प्रतिशत फिटनेस पर भी वह चुपचाप एक कोने में जाते और इंजेक्शन लेने के बाद कहते है कि सर हम फिट हैं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या इंजेक्शन दर्द निवारक हैं तो चेतन शर्मा ने कहा, “यह एक इंजेक्शन है, दर्द निवारक नहीं। हम यह भी नहीं जानते कि उन्होंने इंजेक्शन ले लिया है। दर्द निवारक दवाओं के लिए उन्हें नुस्खे की जरूरत होती है, यह भी डोपिंग के अंतर्गत आ सकता है। ”
यह पूछे जाने पर कि क्या खिलाड़ियों ने इंजेक्शन खुद लिए हैं तो इस पर चेतन शर्मा ने कहा, “अगर खिलाड़ी दौरे पर अपना रसोइया ले जा सकते हैं, तो वे इतने बड़े सुपरस्टार हैं कि क्या उन्हें डॉक्टर नहीं मिलेगा? हजारों डॉक्टर बैठे हैं,एक फोन कॉल और डॉक्टर चल आएंगे उनके घर पर।”