भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं। जब जब विदेश में भारत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता वह टीम इंडिया को आड़े हाथों लेते हैं। फिलहाल उन्होंने टीम मैनेजमेंट पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है।
सुनील गावस्कर ने कहा है कि दो खिलाड़ियों के लिए अलग नियम बनाए गए हैं। जहां एक ओर कप्तान विराट कोहली को पहले टेस्ट के बाद पितृत्व अवकाश मिल गया। वहीं दूसरी ओर आईपीएल 2020 की खोज रहे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन तो अभी पिता बने हैं फिर भी उन्हें अवकाश नहीं दिया गया।
वह भी तब जब टी नटराजन टेस्ट टीम में शामिल ही नहीं है। टी नटराजन को टीम नेट गेंदबाज के रूप में इस्तमाल कर रही है। इन सभी बिंदुओं पर सुनील गावस्कर ने प्रकाश डाला और कहा कि ऐसा बिल्कुल भी सही नहीं है।
उन्होंने कहा एक मैच विनर गेंदबाज को टेस्ट में नेट के लिए उपयोग में लाया जाता है। वह सीरीज के बाद ही अपने बच्चे से मिल पाएंगे। लेकिन कप्तान को पहले टेस्ट के बाद ही पितृत्व अवकाश मिल जाता है। यह भारतीय क्रिकेट है। अलग खिलाड़ी के लिए अलग नियम।
उन्होंने यह कहा कि आर अश्विन को टीम मीटिंग्स में अपनी राय रखने का दंड भुगतना पड़ा है। जहां ज्यादातर खिलाड़ी बस हां में हां मिलाते हैं। अश्विन 350 विकेट ले चुके हैं और 4 टेस्ट शतक जड़ चुके हैं। फिर भी अगर वह किसी टेस्ट में विकटों का ढेर नहीं निकालेंगे तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। यह नियम उस बल्लेबाज पर क्यों नहीं लागू होता जो लगातार सस्ते में आउट हो रहा है। (वेबदुनिया डेस्क)