कराची:खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ के कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद बीच में ही रोका गया पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) का मौजदूा सत्र जून में फिर से शुरू होगा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और विभिन्न फ्रेंचाइजियों के बीच यहां गुरुवार को हुई वर्चुअल बैठक में यह फैसला लिया गया और सभी पक्षों ने ढाई महीने के भीतर कराची में टूर्नामेंट के दोबारा शुरू होने को लेकर खुशी जताई।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने कोरोना वायरस प्रोटोकॉल को दोबारा बनाने पर भी काम कर रहा है, जिन्हें पिछले हफ्ते ताक पर रखा गया था। इस मामले को दो सदस्यीय स्वायत समिति बनाई गई थी, जिसने पीसीबी को यह जानने में मदद की थी कि आखिर बायो-बबल (जैव सुरक्षित) में संक्रमण कैसे फैला। समिति ने बोर्ड को सख्ती से सुरक्षा उपायों का ध्यान रखने की भी सलाह दी है, ताकि ऐसा दोबारा न हो।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और छह क्लबों के मालिकों ने गुरूवार को यह फैसला किया।बाकी 20 मैच कराची में ही खेले जायेंगे जहां पहले 14 मैच खेले गए थे। पाकिस्तान क्रिकेट टीम को 26 जून को इंग्लैंड रवाना होना है जिससे पहले ही ये मैच खेले जायेंगे।
बार बार हुआ बायो सेक्योर बबल का उल्लंघन
इससे पहले बोर्ड की ओर से खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और मैच अधिकारियों को सभी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहने के तीन दिन बाद ही बायो सेक्योर का बबल फूट गया था।
सीजन की शुरुआत से पहले एक खिलाड़ी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण उसे दस दिनों के लिए क्वारंटीन में भेज दिया गया था। ऐसा लग रहा था पीएसएल में बायो सेक्योर बबल सिर्फ नाम के लिए ही है।
पेशावर जाल्मी टीम के एक वरिष्ठ खिलाड़ी और एक स्टाफ को पीएसएल 2021 से पहले बायो सेक्योर बबल से बाहर जाकर एक व्यक्ति से मिल बैठे थे।
पीएसएल में कोरोना संक्रमण का पहला मामला निकला था जब ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर फवाद अहमद पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाये गए थे और उन्हें तुरंत क्वारंटीन में भेज दिया गया था।
संक्रमण की संख्या 1 से 3 और 7 हो गई। सिर पानी से ऊपर चला गया और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पीएसएल 2021 को बीच में ही रोकना पड़ा।
पीसीबी को मजबूरन यह फैसला लेना पड़ा क्योंकि कुछ विदेशी खिलाड़ियों और स्थानीय टीम अधिकारियों ने मौजूदा हालात पर चिंता जताई थी। आस्ट्रेलियाई हरफनमौला डैन क्रिस्टियन ने तुरंत स्वदेश लौटने का फैसला किया था।