बांग्लादेश की टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिले 274 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन सोमवार को तीन विकेट पर 11 रन से आगे खेलते हुए मात्र 53 रन पर ढेर हो गयी और उसे 220 रन से हार का सामना करना पड़ा।
केशव महराज ने घातक गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 32 रन देकर सात विकेट झटके जबकि ऑफ स्पिनर साइमन हार्पर ने नौ ओवर में 21 रन देकर तीन विकेट लिए। केशव ने कल दो और हार्पर ने एक विकेट लिया था। केशव ने आज पांच और हार्पर ने दो विकेट झटके। बांग्लादेश का यह दूसरा न्यूनतम और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे कम स्कोर है। दक्षिण अफ्रीका की 2013 के बाद से डरबन में यह पहली टेस्ट जीत है।
नजमुल हुसैन शांतो ने 26 और तस्कीन अहमद ने 14 रन बनाये। केशव को उनकी घातक गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
मैच का अंत हैरानी भरा रहा क्योंकि बांग्लादेश को उम्मीद थी कि वह अंतिम पारी में 274 रन के लक्ष्य को हासिल करके दक्षिण अफ्रीका पर पहली टेस्ट जीत दर्ज करने में सफल रहेगा।
चौथे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश ने दूसरी पारी में 11 रन तक तीन विकेट गंवा दिए थे और पांचवें दिन भी विकटों का पतझड़ जारी रहा।
बांग्लादेश की ओर से नजमुल हुसैन शंटो (26) और पुछल्ले बल्लेबाज तास्किन अहमद (14) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए।
दक्षिण अफ्रीका ने पांचवें और अंतिम दिन एक घंटे से भी कम समय में बाकी बचे सात विकेट चटकाकर दो टेस्ट की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनाई।
कंठस्थ याद है हनुमान चालीसा
ज्यादातर दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी अमूमन ईसाई धर्म के अनुयायी रहते हैं। एक दो खिलाड़ी इस्लामिक मूल के भी हैं जैसे इमरान ताहिर , तबरेज शम्सी। लेकिन आप को जानकर हैरानी होगी कि टेम्बा बावुमा के अंगूठे की चोट के कारण कप्तान बनाए गए केशव महाराज एक दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी है जो हुनमान जी की आराधना करते हैं।
भारतीय मूल के केशव महाराज सनातन हिंदू धर्म के अनुयायी हैं । उन्हें हनुमान चालीसा भी कंठस्थ याद है। वह कोशिश करते हैं कि हर मंगलवार या शनिवार हनुमान जी का जाप कर सकें।