बेंगलुरु:भारतीय क्रिकेट टीम के विशेषज्ञों ने पिछले साल अक्टूबर में आईसीसी टी-20 विश्व कप के बाद से टीम से बाहर हुए हार्दिक पांड्या का फिर रुख किया है। स्टार ऑलराउंडर को बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में शनिवार से शुरू हुए प्री-आईपीएल मूल्यांकन शिविर के लिए बुलाया गया है।
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक 28 वर्षीय हार्दिक, जिन्हें हाल ही में नई आईपीएल फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस का कप्तान बनाया गया है, ने शिविर में शामिल होने के लिए समय मांगा है। उनके एक या दो दिनों में इसका हिस्सा बनने की उम्मीद है। उनके भाई क्रुणाल पांड्या को हालांकि शिविर में रिपोर्ट करने के लिए नहीं कहा गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक असल में अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए शिविर लगाया गया है। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और चयनकर्ता भी इस प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं। शिविर के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, “बेशक विश्व कप में अभी छह महीने से ज्यादा का समय है, लेकिन अभी से प्लानिंग शुरू हो सकती है। कोच और चयनकर्ता खिलाड़ियों की फिटनेस का आकलन करना चाहते हैं और बड़े टूर्नामेंट के लिए चीजों का जायजा लेना चाहते हैं।”
इस लिहाज से शिविर में हार्दिक की उपस्थिति को एक इस संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि वह भारतीय टीम प्रबंधन की योजना में है और विश्व कप टीम में टिकट के लिए प्रतिस्पर्धा में हो सकते हैं। क्रिकबज की एक रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी-20 सीरीज में उन्हें आजमाया जा सकता है, अगर उन्हें आईपीएल में किसी प्रकार की चोट नहीं लगता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कई सूत्रों ने पुष्टि की है कि हार्दिक शिविर में भाग लेंगे, हालांकि उनकी ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
उल्लेखनीय है कि हार्दिक अपनी फिटनेस, विशेष रूप से गेंदबाजी करने में असमर्थता पर सवालिया निशान के बीच आखिरी बार पिछले साल आठ नवंबर को नामीबिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप मैच में भारत के लिए खेले थे। उन्होंने विश्व कप में कुछ ओवर फेंके थे, हालांकि वह पहले की तरह उत्कर्ष और प्रभावशाली नहीं दिखे थे।
बीसीसीआई ने 25 से अधिक गैर-टेस्ट खिलाड़ियों के लिए एनसीए में लगाया प्री-आईपीएल मूल्यांकन शिविर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सभी राष्ट्रीय खिलाड़ियों, जोश्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं है का हिस्सा नहीं हैं, को बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिपोर्ट करने के लिए कहा है।
क्रिकबज के मुताबिक सभी खिलाड़ी 26 मार्च से आईपीएल के शुरू होने से पहले एनसीए में 10-दिवसीय फिटनेस टेस्ट से गुजरेंगे। क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने यह फैसला राष्ट्रीय चयन समिति की सलाह पर लिया है, जो यह चाहती है कि आईपीएल सीजन से पहले खिलाड़ियों की फिटनेस संबंधी चिंताओं को दूर किया जाए। सभी खिलाड़ियों के एनसीए पहुंचने की अंतिम तारीख चार मार्च थी और शिविर आज से शुरू हुआ है।
लोकेश राहुल, शार्दुल ठाकुर, वाॅशिंगटन सुंदर, संजू सैमसन, ईशान किशन, वेंकटेश अय्यर, दीपक हुड्डा, युजवेंद्र चहल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और आवेश खान जैसे सभी अनुबंधित और गैर-अनुबंधित राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को एनसीए जाने को कहा गया है। वहीं जो खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं, उन्हें तीसरे और अंतिम दौर के लीग मैच के बाद एनसीए पहुंचना होगा, जो रविवार को खत्म होगा।
इसके अलावा सूर्यकुमार यादव, रुतुराज गायकवाड़ और दीपक चाहर, जो हाल ही में सफेद गेंद के मैचों के दौरान चोटिल हुए हैं, पहले से ही एनसीए में हैं। उनका रिहैबिलिएटेशन (पुनर्वास) पहले ही शुरू हो चुका है और वीवीएस लक्ष्मण के नेतृत्व वाले एनसीए के अधिकारियों द्वारा उनकी फिटनेस की निगरानी की जा रही है।
इस पूरी जानकारी से अवगत बीसीसीआई के एक अधिकारी ने क्रिकबज को बताया, “ लगभग 25 खिलाड़ी हैं, जिन्हें एनसीए पहुंचने के लिए कहा गया है। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों के अपने संबंधित आईपीएल कर्तव्यों के लिए अपनी-अपनी टीमों से जुड़ने से पहले एक शिविर में उनके फिटनेस स्तर का आकलन करना है। ”(वार्ता)