चेन्नई: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को यहां तीसरे और अंतिम वनडे में आस्ट्रेलिया से मिली 21 रन की हार के लिये अपनी बल्लेबाजी को जिम्मेदार ठहराया जिसकी वजह से टीम ने तीन मैचों की श्रृंखला 1-2 से गंवा दी।भारतीय जमीन पर यह पहली बार हुआ जब रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया वनडे सीरीज हारी हो। साल 2021 के बाद जब से रोहित शर्मा ने कप्तानी की कमान थामी थी तब से भारत घर पर अविजित थी। हालांकि इससे पहले जब साल 2017 में वह श्रीलंका के खिलाफ विराट कोहली की शादी के कारण कप्तान बने थे तब भी भारत 2-1 से सीरीज जीता था।
यह 4 साल और 7 सीरीज बाद आई भारत की घरेलू मैदान पर वनडे सीरीज की हार है। इससे पहले भी भारत को ऑस्ट्रेलिया ने ही साल 2019 में वनडे विश्वकप से ठीक पहले 3-2 से हराया था। इससे पहले वह सफेद गेंद की क्रिकेट में 13 सीरीज से भारत को घरेलू जमीन पर जिताते आ रहे थे।
रोहित ने मैच के बाद कहा, मुझे नहीं लगता कि लक्ष्य बड़ा था। विकेट दूसरी पारी में हालांकि थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो गया था। पर मुझे नहीं लगता कि हमने अच्छी बल्लेबाजी की। साझेदारियां महत्वपूर्ण होती हैं और आज हम इन्हें बनाने में असफल रहे।
उन्होंने कहा, हम जिस तरह से आउट हुए, वह निराशाजनक रहा। हम इसी तरह के विकेट पर खेलते हुए बड़े हुए हैं। कभी कभार आपको खुद को मौका देना होता है।
रोहित ने कहा, महत्वपूर्ण था कि एक बल्लेबाज अंत तक खेलता रहे। लेकिन हम सभी अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश कर रहे थे। पर ऐसा हुआ नहीं। हमने जनवरी से नौ वनडे खेले हैं, हम उनसे काफी सकारात्मक चीजें ले सकते हैं। यह पूरी टीम की हार है।
अक्षर पटेल को सूर्यकुमार से ऊपर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। इस बारे में रोहित ने कहा, जब राहुल और कोहली बल्लेबाजी कर रहे थे तो आस्ट्रेलिया ने एक लेग स्पिनर और बाएं हाथ के स्पिनर को लगा रखा था। सूर्या को असल में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरना था लेकिन हमें लगा कि गेंद कुछ टर्न ले रही है और हम नहीं चाहते थे कि हमारे दाएं हाथ के बल्लेबाज को उस पर परेशानी हो और इसलिए हमने बाएं हाथ के बल्लेबाज अक्षर को बल्लेबाजी के लिए भेजा।
अक्षर को हालांकि पांचवें नंबर पर भेजने का दांव नहीं चला और वह केवल दो रन बनाकर रन आउट हो गए।
रोहित ने इसके साथ ही अंतिम एकादश ने तीन स्पिनरों को रखने के टीम प्रबंधन के फैसले का भी बचाव किया और कहा कि अक्षर की मौजूदगी से बल्लेबाजी को मजबूती मिलती।
उन्होंने कहा, हमने अपनी बल्लेबाजी को निचले क्रम में मजबूती देने पर बात की थी और इसलिए हम तीन स्पिनरों के साथ खेले। विकेट को देखते हुए मेरा मानना था कि इस पर तीन स्पिनरों के साथ खेलना सही होगा।
रोहित ने इसके साथ ही कहा कि वह परिस्थितियों से अनजान नहीं थे और यह उनसे सामंजस्य बिठाने से जुड़ा है।
उन्होंने कहा,नौ मैच यह विश्लेषण करने के लिए पर्याप्त है कि हमने क्या गलत और क्या अच्छा किया। हमने इस श्रृंखला तक लगातार क्रिकेट खेली है। इसलिए पिछले दो मैचों से हम यह समझ सकते हैं कि एक मजबूत प्रतिद्वंदी के खिलाफ एक टीम के रूप में हमें क्या करने की जरूरत है। निश्चित तौर पर गौर करने के लिए काफी सारी चीजें हैं।
भारतीय कप्तान ने कहा, जो पिच थोड़ा टर्न लेती हैं उनमें रन बनाने के लिए उनको समझना और उनसे सामंजस्य बिठाना महत्वपूर्ण होता है। जाहिर है कि पिच किसी भी तरह की हो आखिर में आपको रन बनाने होते हैं।