चेन्नई:आस्ट्रेलिया ने एडम जम्पा (45 रन देकर चार विकेट) और एशटन एगर (41 रन देकर दो विकेट) की शानदार गेंदबाजी से भारत को महत्वपूर्ण मौकों पर झटके देकर बुधवार को यहां तीसरे और अंतिम वनडे में 21 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की।साल 2019 के बाद भारत पहली बार अपने घरेलू मैदान पर वनडे सीरीज हारा है। पिछली बार ऑस्ट्रेलिया ने 3-2 से भारत को सीरीज हराई थी। इसके साथ ही घर पर 7 वनडे सीरीज जीतने का विजय रथ भी आज रुक गया।
भारतीय बल्लेबाजी फिर आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के दबाव में आ गयी और चेपक की धीमी पिच पर लक्ष्य का पीछा करते हुए 49.1 ओवर में 248 रन पर सिमट गयी। विराट कोहली (54 रन, 72 गेंद, दो चौके, एक छक्का) का अर्धशतक भी भारत को हार से नहीं बचा सका।
आस्ट्रेलिया ने पहला वनडे पांच विकेट से गंवाने के बाद वापसी करते हुए लगातार दो वनडे में जीत दर्ज की। जम्पा ने भारत के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन किया।
हार्दिक पंड्या के शानदार शुरूआती स्पैल और कुलदीप यादव की फिरकी ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर लगाम कसी लेकिन उसके पुछल्ले बल्लेबाजों ने 49 ओवर में सिमटने से पहले 269 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में मदद की।
कप्तान रोहित शर्मा (30 रन) और शुभमन गिल (37 रन) ने मिचेल स्टार्क के खिलाफ सतर्क शुरूआत की। दोनों ने संभलकर खेलते हुए नौ ओवर में पहले विकेट के लिये 56 गेंद में 65 रन जोड़ लिये थे। पर अगले ही ओवर में सीन एबोट की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में रोहित डीप स्क्वायर लेग में स्टार्क को कैच दे बैठे।
कोहली क्रीज पर थे, पर कुछ ही देर में जम्पा ने गिल को पगबाधा आउट कर दिया जिसे अंपायर ने नकार दिया। पर आस्ट्रेलिया ने रिव्यू लिया जिसमें वह आउट हो गये। इससे दोनों सलामी बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे।
अब जिम्मेदारी कोहली और लोकेश राहुल (32 रन, दो चौके, एक छक्का) के कंधों पर थी। कोहली ने 18वें ओवर में एगर पर मिडविकेट के ऊपर से एक चौका और फिर एक गेंद बाद लांग ऑफ पर छक्का जड़ा।
दोनों बल्लेबाज ज्यादा आक्रामकता नहीं दिखा रहे थे, दोनों एक दो रन लेकर पारी आगे बढ़ा रहे थे। राहुल ने जम्पा पर अंपायर के सिर के ऊपर से चौका जड़ा जिससे यह अर्धशतकीय साझेदारी पूरी हुई।अगले 27वें ओवर में राहुल ने थोड़ा हावी होने की कोशिश में स्टार्क पर गगनचुंबी छक्का जड़ा और एक चौका लगाया।
इससे पहले कि वह अपनी इस आक्रामकता को जारी रख पाते जम्पा ने अगले ओवर में उनका विकेट झटका लिया। राहुल बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में एबोट को कैच देकर आउट हुए। इस तरह 93 गेंद में 69 रन की साझेदारी टूट गयी।अक्षर पटेल चार गेंद ही खेल पाये थे कि गफलत में रन आउट हो गये।
कोहली ने फिर 31वें ओवर की पहली गेंद पर एक रन लेकर 61 गेंद में दो चौके और एक छक्के से अपना 65वां अर्धशतक पूरा किया। हालांकि फिर ज्यादा रन नहीं जोड़ सके।
पंड्या (40 रन) ने एबोट पर छक्का जड़कर दबाव कम करने का प्रयास किया और फिर बीच बीच में बाउंड्री लगाकर कोहली के साथ 34 रन की भागीदारी बना चुके थे। 35 ओवर में भारत का स्कोर चार विकेट पर 185 रन था।पर एशटन एगर ने 36वें ओवर में पहले कोहली को और फिर अगली ही गेंद को सूर्यकुमार यादव को शून्य पर बोल्ड किया। सूर्यकुमार लगातार तीसरे मैच में खाता खोले बिना पवेलियन लौटे। इससे स्कोर छह विकेट पर 185 रन हो गया।
रविंद्र जडेजा (18 रन) जम्पा का चौथा शिकार बने। फिर भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों से कोई उम्मीद नहीं बची थी।
इससे पहले पंड्या (आठ ओवर में 44 रन देकर तीन विकेट) ने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को आउट किया तो कुलदीप ने चेन्नई की मददगार पिच पर ऐसी शानदार गेंद पर एलेक्स कैरी को आउट किया जो बॉल ऑफ द सीरीज रही।
बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप की लेग ब्रेक गेंद पर कैरी चकमा खाकर बोल्ड हुए और इस भारतीय गेंदबाज की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
आस्ट्रेलिया का स्कोर पांच विकेट पर 138 रन था लेकिन कैरी और मार्क स्टोइनिस (25) के बीच छठे विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी तथा सीन एबोट (26) और एशटन एगर (17) के बीच आठवें विकेट के लिये 42 रन की साझेदारी से मेहमान टीम ने दबदबा बनाया। फिर मिचेल स्टार्क और एडम जम्पा ने अंतिम विकेट के लिये महत्वपूर्ण 22 रन जोड़े।
आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया जिसके बाद मिचेल मार्श (47 गेंद में 47 रन) और ट्रेविस हेड (31 गेंद में 33 रन) ने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़कर इसे सही साबित किया। पर पंड्या ने अपने पहले तीन ओवरों में तीन अलग अलग तरह की गेंदों पर विकेट झटककर लय पूरी तरह से मेजबान टीम के पक्ष में कर दी।
डेविड वॉर्नर (31 गेंद में 23 रन) और मार्नस लाबुशेन (45 गेंद में 28 रन)को अपने शॉट चयन का खामियाजा भुगतना पड़ा और दोनों कुलदीप की गेंदों का शिकार बने। एलेक्स कैरी ने 46 गेंद में 38 रन जोड़ लिये थे, पर वह भारत के स्टार के स्पिनर के झांसे में फंसकर पवेलियन पहुंच गये।
पहले दो मैचों में शानदार पारी खेलने वाले मार्श ने यही लय जारी रखी और पहले पावरप्ले में चौकों (आठ) की झड़ी लगा दी और एक छक्का जड़ा। हेड ने भी मिले मौकों पर रन जुटाये।
शुभमन गिल इस दौरान कैच छोड़कर हेड को आउट करने का मौका गंवा बैठे, पर फिर पंड्या की बैक ऑफ द लेंथ गेंद पर इस बल्लेबाज ने डीप थर्ड मैन पर जोरदार शॉट लगाने के प्रयास किया और कुलदीप ने यह कैच लपकने में कोई गलती नहीं की।
स्टीव स्मिथ (शून्य) का इस दौरे पर लचर प्रदर्शन जारी रहा जो शायद उनकी भारत में अंतिम पूर्ण श्रृंखला होगी। पंड्या की फुल लेंथ गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर स्टंप के पीछे केएल राहुल के हाथों में पहुंच गयी।पंड्या ने दोनों विकेट अलग तरह की गेंदों पर झटकने के बाद गुड लेंथ गेंद पर मार्श को बोल्ड किया जो श्रृंखला में अर्धशतक की हैट्रिक करने की कोशिश में जुटे थे।
वॉर्नर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे, उन्होंने लाबुशेन के साथ 40 रन जोड़े। वह कुलदीप की गेंद पर बल्ला छुआकर लांग आन में पंड्या को आसान कैच दे बैठे।लाबुशेन ने वॉर्नर की गलती से कोई सबक नहीं लिया और वह भी इसी तरह का शॉट खेलकर आउट हुए।इसके बाद निचले क्रम ने आस्ट्रेलिया को अच्छा स्कोर बनाने में मदद की।