मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल को लगता है कि उनकी टीम को इस महीने के अंत में शुरू होने वाले भारत के दौरे के दौरान स्पिन से निपटने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों के अलावा कुछ और देखने की जरूरत नहीं है।
मैक्सवेल को भारत के कठिन दौरे के लिए टेस्ट टीम में बुलाया गया है। उन्हें लगता है कि उप महाद्वीप के हालात में दौरा करने वाले बल्लेबाजों को एक ही रणनीति अपनाने से केवल विफलता ही मिलेगी।
इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह ऐसा स्थान है जहां आप कभी भी सहज महसूस करोगे। यह ऐसी जगह है, जहां आपको रन जुटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी और आपको एक गेम में अलग अलग समय विभिन्न रणनीतियां बनानी होंगी। ’
उन्होंने कहा, ‘मैंने यही सीखा है। आप वहां एक रणनीति के साथ नहीं जा सकते और इस पर अडिग नहीं रह सकते। आपको अनुकूलित होना होगा और आपको पारी के बीच में भी अपने खेल में बदलाव करने योग्य होना होगा। ’
मैक्सवेल ने कहा, ‘इसलिए यह प्रत्येक के लिए असली परीक्षा होगी। यहां तक कि भारतीय खिलाड़ियों के लिए भी, आपको उन्हें खेलते हुए देखना होगा, वे अपनी पारी में अलग अलग चरण से गुजरते हैं, वे स्वीप करते हैं, अपने पैर का इस्तेमाल करते हैं, बैकफुट पर खेलते हैं - वे अपनी पारी में काफी बदलाव करते हैं।’ मैक्सवेल आईपीएल की बदौलत भारत में काफी क्रिकेट खेल चुके हैं। (भाषा)