कोलकाता। विराट कोहली ने गुलाबी गेंद की परीक्षा में खरा उतरते हुए शनिवार को यहां बेहतरीन शतक जमाया, जबकि ईशांत शर्मा ने लगातार दूसरी पारी में शानदार गेंदबाजी की, लेकिन अनुभवी मुशफिकुर रहीम की प्रतिबद्ध पारी ने शनिवार को यहां भारत का बांग्लादेश पर गुलाबी गेंद से खेले जा रहे दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में जीत का इंतजार तीसरे दिन तक बढ़ा दिया।
कोहली ने 194 गेंदों पर 136 रन बनाए और वह दिन-रात्रि टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। भारत ने अपनी पहली पारी 9 विकेट पर 347 रन बनाकर घोषित की और इस तरह से 241 रन की बढ़त हासिल की। पहली पारी में केवल 106 रन बनाने वाले बांग्लादेश की शुरुआत फिर से खराब रही और उसने 4 विकेट 13 रन पर गंवा दिए।
इसके बाद मुशफिकुर (नाबाद 59) ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली जिससे बांग्लादेश ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने 6 विकेट पर 152 रन बनाए हैं। उसे पारी की हार से बचने के लिए अब भी 89 रन की जरूरत है। मुशफिकुर को छोड़कर केवल महमुदुल्लाह (रिटायर्ड हर्ट 39) ही भारतीय गेंदबाजों का सामना कर पाए। पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले ईशांत ने फिर से कातिलाना गेंदबाजी की और अब तक वह 39 रन देकर 4 विकेट ले चुके हैं। उमेश यादव (40 रन देकर 2) ने बाकी 2 विकेट लिए हैं।
भारतीय तेज गेंदबाजों का बांग्लादेश के बल्लेबाजों में आतंक का यह आलम था कि मोहम्मद मिथुन सिर पर चोट खाने वाले उसके तीसरे बल्लेबाज बने। वे ईशांत के बाउंसर को झुककर नहीं खेल पाए। इससे पहले मोहम्मद शमी के बाउसंर पर उसके 2 बल्लेबाज (लिटन दास और नईम हसन) चोटिल हो चुके हैं और उनकी जगह स्थानापन्न खिलाड़ियों को लेना पड़ी।
भारत ने दूसरी पारी की शुरुआत में स्लिप में 4 क्षेत्ररक्षकों को रखकर अपने इरादे जतला दिए थे। ईशांत ने शादमान इस्लाम को पगबाधा करके भारत को पहली सफलता दिलाई, तब बांग्लादेश का खाता भी नहीं खुला था। इस तेज गेंदबाज ने कप्तान मोमिनुल हक को खाता भी नहीं खोलने दिया। मोहम्मद मिथुन (6) और सलामी बल्लेबाज इमुरूल काएस (5) भी चाय के विश्राम के तुरंत बाद पैवेलियन लौट गए। इसके बाद मुशफिकुर और महमुदुल्लाह ने जिम्मेदारी संभाली और दोनों स्कोर 82 रन तक ले गए।
ऐसे समय में जबकि बांग्लादेश को इन दोनों से लंबी साझेदारी की उम्मीद थी तब आत्मविश्वास के साथ खेल रहे महमुदुल्लाह को मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान छोड़ना पड़ा। रविचंद्रन अश्विन को आखिर में दूसरी पारी के 23वें ओवर में गुलाबी गेंद से पहला ओवर करने का मौका मिला। वे इस ओवर में विकेट ले लेते लेकिन अजिंक्य रहाणे ने मेहदी हसन का स्लिप में आसान कैच छोड़ दिया। मुशफिकुर ने इसके बाद ईशांत की गेंद पर चौका लगाकर अपना 21वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया।
ईशांत ने मेहदी हसन (15) को इसी ओवर में स्लिप में कैच कराकर अपना चौथा विकेट लिया। उमेश ने दिन के आखिरी ओवर में ताईजुल इस्लाम (11) को रहाणे के हाथों कैच कराया। इससे पहले कोहली ने 59 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई। वे शानदार लय में दिखे। उन्होंने अपना 27वां टेस्ट शतक पूरा किया। कोहली ने ताइजुल इस्लाम पर स्क्वेयर लेग में शाट लगाकर अपना शतक पूरा किया। उपकप्तान रहाणे ने भी 51 रन की पारी खेली, जो उनका लगातार चौथा अर्धशतक है। वे इस्लाम की गेंद पर प्वाइंट में कैच देकर आउट हुए।
वहीं टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान 5000 रन पूरे करने वाले पहले भारतीय बने कोहली ने अपने करियर का 70वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया। उन्होंने शतक पूरा करने के बाद तेजी दिखाई और अबू जाएद पर लगातार 4 चौके लगाए। ताईजुल ने सीमा रेखा पर बेहतरीन कैच लेकर उनकी पारी का अंत किया, जिसमें 18 चौके शामिल हैं।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीनों प्रारूपों को मिलाकर बतौर कप्तान सबसे ज्यादा 41 शतक के ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। कोहली ने हालांकि उनसे आधी पारियों (188) में यह रिकॉर्ड बनाया। कोहली उस समय क्रीज पर आए जब भारत का स्कोर 2 विकेट पर 43 रन था। कप्तान ने संभलकर खेलते हुए ईडन गार्डन पर लगातार दूसरा शतक लगाया। उन्होंने नवंबर 2017 में यहां श्रीलंका के खिलाफ भी शतक बनाया था।
कोहली के आउट होने के बाद भारत के पुछल्ले बल्लेबाज ज्यादा देर तक नहीं टिके, जिसके बाद कप्तान ने पारी समाप्त घोषित करने का फैसला किया। बांग्लादेश की तरफ से इबादत हुसैन और अल अमीन हुसैन ने 3-3 जबकि अबू जाएद ने 2 विकेट लिए। इससे पहले पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद और मौजूदा चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने ईडन की घंटी बजाकर दूसरे दिन का खेल शुरू किया।