कोलकाता। ईशांत शर्मा (22 रन पर 5 विकेट) के करिश्माई प्रदर्शन के बाद उमेश यादव (3 विकेट) और मोहम्मद शमी (2 विकेट) की घातक गेंदबाजी के सामने बांग्लादेश की टीम भारत के खिलाफ ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट मैच के पहले दिन लंच के बाद 30.3 ओवर में मात्र 106 रन पर ढेर हो गई। ईशांत ने 12 साल में पहली बार 5 विकेट हासिल किए हैं।
2 टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में आज ईडन गार्डन पर बांग्लादेश ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया जो सिरे से गलत साबित हुआ। मेहमान टीम ने लंच तक 21.4 ओवर में मात्र 73 रन जोड़कर 6 विकेट और अगले सत्र में शेष 4 विकेट 33 रन जोड़कर गंवा दिए।
बांग्लादेश की टीम ने अपनी प्रधानमंत्री शेख हसीना के सामने निराशाजनक प्रदर्शन किया और पूरी टीम ने 106 रन पर घुटने टेक दिए। ईशांत ने गुलाबी गेंद से कहर बरपाते हुए 12 ओवर में 22 रन देकर 5 विकेट झटके। उमेश यादव ने 7 ओवर में 29 रन पर 3 विकेट और मोहम्मद शमी ने 10.3 ओवर में 36 रन पर 2 विकेट लिए। लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने पारी में मात्र एक ओवर फेंका जबकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला।
31 वर्षीय ईशांत ने अपने करियर में 10वीं बार पारी में 5 विकेट हासिल किए और 96 टेस्टों में उनके 288 विकेट हो गए हैं। भारतीय तेजगेंदबाजतिकड़ी ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को टिकने का कोई मौका नहीं दिया। मेहमान टीम के ओपनर शादमन इस्लाम 29, लिट्टन दास 24 रिटायर्ड हर्ट और नईम हसन 19 रन बनाकर दहाई की संख्या में पहुंचने वाले तीन बल्लेबाजरहे। बांग्लादेश के 4 बल्लेबाज़ों का खाता तक नहीं खुला।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुबह मैच में ईडन गार्डन का पारंपरिक घंटा बजाकर दोनों टीमों के पहले डे-नाइट टेस्ट का उद्घाटन किया था। लेकिन मेहमान टीम की शुरुआत काफी खराब रही और केवल 38 रन पर उसने अपने पांच विकेट गंवा दिए।
सलामी बल्लेबाज शादमान इस्लाम ने पहले विकेट के लिए इमरूल काएस के साथ केवल 15 रन जोड़े थे कि इमरूल को ईशांत ने पगबाधा कर सातवें ओवर की तीसरी गेंद पर ही भारत को गुलाबी गेंद से उसका पहला विकेट दिला दिया। कप्तान मोमिनुल हक को उमेश ने रोहित शर्मा के हाथों कैच कराया और खाता खोले बिना ही बांग्लादेशी कप्तान पवेलियन लौट गए।
मोहम्मद मिथुन भी 7 गेंद तक ही टिकने का जज्बा दिखा सके और उमेश ने उन्हें बोल्ड किया। मिथुन भी शून्य पर आउट हुए। इसके बाद मुशफिकुर रहीम का भी यही हश्र हुआ और मोहम्मद शमी ने उन्हें बोल्ड कर घरेलू मैदान पर अपना पहला गुलाबी विकेट लिया और भारत को उसका चौथा विकेट दिला दिया। रहीम चार गेंदों में 0 पर आउट हुए।
बांग्लादेशी टीम की बेहद खराब बल्लेबाज़ी यहीं नहीं रूकी और सलामी बल्लेबाज शादमान का धैर्य भी टूट गया, जिन्होंने 52 गेंदों में 5 चौके लगाकर 29 रन बनाए जो लंच तक टीम का सबसे बड़ा स्कोर भी रहा। शादमान को भी उमेश ने आउट किया और स्टम्प्स के पीछे विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों उन्हें कैच कराया। एकतरफा से लग रहे इस मुकाबले में मेहमान टीम ने 15वें ओवर की दूसरी गेंद पर 38 रन जोड़कर अपने 5 विकेट गंवा दिए।
लंच से पूर्व महमूदुल्लाह 6 रन बनाकर ईशांत की गेंद पर साहा को कैच दे बैठे और मेहमान टीम का छठा विकेट भी गिर गया। महमूदुल्लाह ने 21 गेंदों में एक चौका लगाया। लंच के बाद बांग्लादेश की पारी को सिमटने में अधिक समय नहीं लगा। लंच से पहले के आखिरी ओवर में लिट्टन दास रिटायर्ड हर्ट हो गए। उन्होंने 27 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 24 रन बनाए। ईशांत ने लंच के बाद तीन विकेट निकाले और शमी ने एक विकेट लिया।
नईम 19, इबादत हुसैन 1, मेहदी हसन 8 और अबु जाएद खाता खोले बिना पैवेलियन लौट गए। गुलाबी गेंद के सामने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को जैसे सांप सूंघ गया और ईडन गार्डन मैदान पर उन्होंने समर्पण कर दिया। भारतीय तेज गेंदबाजों के दबदबे का आलम यह था कि टीम इंडिया के दोनों स्पिनरों को कुछ भी करने का मौका नहीं मिला। जडेजा ने एक ओवर फेंका जबकि अश्विन खाली क्षेत्ररक्षण करते रह गए।
ईशांत ने अपने 5 विकेट पूरे किए और पिछले 12 वर्षो में यह पहला मौका है, जब दिल्ली के इस तेज गेंदबाज ने भारत में 1 पारी में 5 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने लगभग चीखते हुए अपनी इस उपलब्धि का जश्न मनाया जिसके लिए टीम साथियों ने उन्हें बधाई दी।