WTC Cycle में भारत का सबसे खराब प्रदर्शन, कुल 10 मैच भी नहीं जीत पाई टीम इंडिया
9 जीत, 8 हार और 2 ड्रॉ के कारण जीत प्रतिशत रहा 50 फीसदी
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 में भारत के अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा लगातार दौड़ रहा था। 60 प्रतिशत जीत से अंकतालिका में टीम इंडिया शीर्ष पर थी। कोई टीम भारत के आस पास भी नहीं थी।लेकिन 2 सीरीज के बाद ही भारत का जीत प्रतिशत 60 से 50 हो गया।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 चक्र के 19 मैचों में से भारत 9 मैच जीत सका और उसे 8 हार मिली, जबकि 1 मैच ड्रॉ रहा। भारत ना केवल पहली बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने में विफल रहा पर यह किसी भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में उसका सबसे खराब प्रदर्शन था। इस चक्र में भारत 10 मैच भी नहीं जीत पाया।विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 चक्र में भारत तीसरे स्थान पर रहा।
भारत ने अपने इस चक्र की शुरुआत वेस्टइंडीज दौरे से की थी। भारत ने वेस्टइंडीज दौरे पर जीत के बाद दक्षिण अफ्रीका में पहली टेस्ट हार चखी और सीरीज 1-1 से बराबर हो गई।
इंग्लैंड को घरेलू सीरीज में 4-1 से रौंदने के बाद लगा भारत आसानी से फाइनल में जाएगा। बांग्लादेश को 2-0 से हराने के बाद तो यह तय लग रहा था। लेकिन न्यूजीलैंड की एतिहासिक 0-3 की हार से समीकरण बदल गए।
ऑस्ट्रेलिया में भारत को कम से कम 3 टेस्ट जीतने थे लेकिन वह सिर्फ 1 ही जीत पाया। कुल 9 जीत में से भारत इंग्लैंड के खिलाफ सर्वाधिक 4 टेस्ट, बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट वहीं वेस्टइंडीज दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-1 टेस्ट जीता।
8 हारों में भारत को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से 3-3 हार मिली। वहीं इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका से टीम 1-1 मैच हारी। वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-1 मैच ड्रॉ रहा।
2 बार फाइनल में बनाई जगह, 5 मैचों से ज्यादा नहीं हारे
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2019-21 चक्र में भारत ने फाइनल में पहुंचने से पहले 17 मैचों में 12 मैच जीतकर और 4 मैच हारकर तथा 1 मैच ड्रॉ करवा कर फाइनल में जगह बनाई थी। इस चक्र में भारत का जीत प्रतिशत 72 फीसदी था।जो 4 मैच भारत ने इस चक्र में हारे थे उसमें 2 न्यूजीलैंड के खिलाफ और 1-1 मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ थे। घरेलू जमीन पर भारत सिर्फ 1 ही मैच इंग्लैंड के खिलाफ हारा था।
वहीं विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 चक्र की बात करें तो भारत ने फाइनल में पहुंचने से पहले 18 टेस्ट मैच खेले। इनमें से 10 में भारत को जीत मिली वहीं 5 मैच गंवाने पड़े। 3 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे। इस चक्र में भारत का जीत प्रतिशत 58.8 फीसदी रहा।
इन 5 हारों में से भारत ने विदेशी दौरों में 2-2 मैच दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड से हारे वहीं 1 मैच घरेलू जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के हाथों गंवाया। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-1 मैच ड्रॉ रहे।