जोहान्सबर्ग: मध्यम तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर (61 रन पर 7 विकेट) के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन मंगलवार को पहली पारी में 229 रन पर निपटाकर पहली पारी में बड़ी बढ़त हासिल करने से रोक दिया। भारत ने अपनी दूसरी पारी में दो विकेट खोकर 85 रन बना लिए हैं और उसके पास 58 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हो गयी है। दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में 27 रन की बढ़त मिली थी।
शार्दुल ने अपने करियर में पहली बार पारी में पांच विकेट हासिल किये। शार्दुल ने किसी भारतीय गेंदबाज का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला। शार्दुल ने हरभजन सिंह के 2010-11 में केप टाउन में 120 रन पर सात विकेट और रविचंद्रन अश्विन के नागपुर में 2015-16 में 66 रन पर सात विकेट लेने के प्रदर्शन में सुधार कर डाला। यह वांडरर्स में किसी गेंदबाज का संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। मैथ्यू होगार्ड ने 2004-05 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 61 रन पर सात विकेट लिए थे।
भारत ने अपनी दूसरी पारी में दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट गंवाकर 85 रन बना लिए हैं। कप्तान लोकेश राहुल को मार्को यानसन ने आठ रन के स्कोर पर पवेलियन भेजा। भारत का पहला विकेट 24 के स्कोर पर गिरा। भारत का स्कोर 44 रन पहुंचा था कि मयंक अग्रवाल ने डुएन ओलिवियर की गेंद पर बल्ला हवा में उठा दिया लेकिन गेंद अंदर आकर उनके पैड से टकरा गयी और अम्पायर ने अपनी उंगली हवा में उठा दी।
मयंक ने 37 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 23 रन बनाये। मयंक के आउट होने के बाद चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्या रहाणे के रूप में दो ऐसे बल्लेबाज मैदान में थे जो पहली पारी में सस्ते में निपट गए थे और खराब दौर से गुजर रहे थे। लेकिन दोनों ने तीसरे विकेट की अविजित साझेदारी में 41 रन जोड़ डाले और भारत को कोई नुकसान नहीं होने दिया। स्टंप्स के समय पुजारा 42 गेंदों में सात चौकों के सहारे 36 रन और रहाणे 22 गेंदों में 11 रन बनाकर क्रीज पर थे।
भारत के सभी तेज गेंदबाजों में शार्दुल ही सबसे ज्यादा प्रभावशाली दिखाई दिए। मोहम्मद शमी को 52 रन पर दो विकेट और जसप्रीत बुमराह को 49 रन पर एक विकेट मिला। शार्दुल ने घातक गेंदबाजी करते हुए भारत की वापसी कराई और दक्षिण अफ्रीका पर दबाव बनाया।
दक्षिण अफ्रीका ने एक विकेट पर 35 रन से आगे खेलना शुरू किया । कप्तान डीन एल्गर ने 11 रन और कीगन पीटरसन ने 14 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। दोनों स्कोर को 88 रन तक ले गए। शार्दुल ने एल्गर को विकेटकीपर पंत के हाथों कैच कराकर भारत को दिन की पहली और दक्षिण अफ्रीका की पारी में दूसरी सफलता दिलाई। एल्गर ने 120 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 28 रन बनाये।
शार्दुल ने अर्धशतक पूरा कर चुके कीगन पीटरसन को टीम के 101 के स्कोर पर आउट कर दक्षिण अफ्रीका को तीसरा झटका दिया। पीटरसन ने 118 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से 62 रन बनाये।
शार्दुल यहीं नहीं थमे। उन्होंने रैसी वान डेर डुसेन को मात्र एक रन पर विकेटकीपर पंत के हाथों कैच कराकर अपना तीसरा और मेजबान टीम का चौथा विकेट निकाल दिया। दूसरे दिन लंच से पहले गिरे तीनों विकेट शार्दुल के हिस्से में गए। लंच के समय तेम्बा बावुमा खाता खोले बिना क्रीज पर थे। लंच तक तीन विकेट निकालने के बाद शार्दुल ने चायकाल तक शानदार गेंदबाजी की और दो और विकेट निकालते हुए दक्षिण अफ्रीका को बैकफुट पर धकेल दिया। शार्दुल ने शीर्ष क्रम और मध्य क्रम की कमर तोड़ दी। मोहम्मद शमी ने भी चाय तक एक विकेट निकाला और दक्षिण अफ्रीका पर दोनों छोर से दबाव बनाया।
दक्षिण अफ्रीका ने लंच के बाद चार विकेट पर 102 रन से आगेे खेलना शुरू किया और चाय तक तीन विकेट गंवा कर 89 रन और जोड़े। लंच के बाद कोई भी बल्लेबाज साझेदारी नहीं कर पाया। केवल तेम्बा बावुमा और काइल वेरेने के बीच पांचवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी हुई, लेकिन 162 के स्कोर पर वेरेने के आउट होने से यह साझेदारी टूट गई। इसके बाद 177 के स्कोर बावुमा के रूप में छठा और 179 के स्कोर पर कैगिसो रबादा के रूप में दक्षिण अफ्रीका का सातवां विकेट गिरा। बावुमा छह चौकों और एक छक्के की मदद से 60 गेंदों पर 51 और वेरेने दो चौकों के सहारे 72 गेंदों पर 21 रन बना कर आउट हुए। दोनों बल्लेबाजों को शार्दुल ने निपटाया। रबादा शून्य पर आउट हुए। रबादा को शमी ने पवेलियन भेजा।
चायकाल के समय मार्को यानसन और केशव महाराज क्रीज पर थे और क्रमश: छह गेंदों पर दो और 12 गेंदों पर 11 रन पर खेल रहे थे। चायकाल के बाद यानसन को शार्दुल ने पवेलियन भेजा। यानसन ने 34 गेंदों पर 21 रन बनाये। बुमराह ने केशव महराज को बोल्ड किया। केशव ने 21 रन बनाये। शार्दुल ने लुंगी एनगिदी को पंत के हाथों कैच कराकर दक्षिण अफ्रीका की पारी 229 रन पर समेट दी।(वार्ता)