भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का विजेता विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का हकदार होगा। हालांकि भारत जैसे ही एडिलेड का टेस्ट 10 विकेटों से हारा यह उसका किसी भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में सबसे बुरा प्रदर्शन (टेस्ट मैच हार से) बन गया।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2019-21 चक्र में भारत ने फाइनल में पहुंचने से पहले 17 मैचों में 12 मैच जीतकर और 4 मैच हारकर तथा 1 मैच ड्रॉ करवा कर फाइनल में जगह बनाई थी। इस चक्र में भारत का जीत प्रतिशत 72 फीसदी था।
जो 4 मैच भारत ने इस चक्र में हारे थे उसमें 2 न्यूजीलैंड के खिलाफ और 1-1 मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ थे। घरेलू जमीन पर भारत सिर्फ 1 ही मैच इंग्लैंड के खिलाफ हारा था।
वहीं विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 चक्र की बात करें तो भारत ने फाइनल में पहुंचने से पहले 18 टेस्ट मैच खेले। इनमें से 10 में भारत को जीत मिली वहीं 5 मैच गंवाने पड़े। 3 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे। इस चक्र में भारत का जीत प्रतिशत 58.8 फीसदी रहा।
इन 5 हारों में से भारत ने विदेशी दौरों में 2-2 मैच दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड से हारे वहीं 1 मैच घरेलू जमीन पर ऑस्ट्रेलिया के हाथों गंवाया। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-1 मैच ड्रॉ रहे।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के मौजूदा चक्र की बात करें तो भारत ने अब तक 16 मैच खेलें है इनमें से 9 जीते हैं और 6 में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं 1 टेस्ट मैच ड्रॉ रहा है।
अभी भारत के 3 मैच और बाकी हैं तो इन आंकड़ों में बदलाव संभव है। भारत का अभी तक एकमात्र ड्रॉ टेस्ट मैच कैरिबियाई धरती पर वेस्टइंडीज के खिलाफ आया है।
वहीं इस चक्र में अभी तक भारत को सबसे ज्यादा हार न्यूजीलैंड की टीम से झेलनी पड़ी है जिन्होंने भारत को 3-0 से उसी के घर में हराया। इंग्लैंड ने भी भारत को 1 मैच उसकी धरती पर हराया। वहीं दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में भारत अभी तक 1-1 मैच हार चुकी है। फिलहाल भारत का भारत का जीत प्रतिशत 57.2 फीसदी रहा है।(WD Sports Desk)