पहले टेस्ट के दूसरे दिन जिस तरह भारत ने जबरदस्त वापसी की थी, तीसरे दिन बल्लेबाजों ने निराश कर दिया । हालत इतनी खराब हो गई कि कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाया। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने सर्वाधिक 9 रन बनाए हैं।
दिन का पहला विकेट कल के नाइट वाचमैन जसप्रीत बुमराह का गिरा। इसके बाद विकटों के गिरने का सिलसिला ऐसा चला कि कोई भी बल्लेबाज पिच पर टिक नहीं पाया। क्या पुजारा क्या कोहली और क्या रहाणे सब सस्ते में निपट गए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस ने 21 रन देकर 4 विकेट और जोश हेजलवुड ने 8 रन देकर 5 विकेट झटके। भारत के पास पहली पारी के आधार पर महज 53 रन की बढ़त है। इस आधार पर वह ऑस्ट्रेलिया को महज 90 रनों का लक्ष्य दे पायी है।
ग्यारवें नंबर के बल्लेबाज मो. शमी को पैट कमिंस की एक गेंद हाथ पर लग गई थी । जिसके कारण वह बल्लेबाजी करने में असमर्थ दिखे और भारत को अपनी पारी 36 रनों पर ही घोषित करनी पड़ी।
इससे पहले भारत का न्यूनतम स्कोर 42 रन था जो उसने इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में लार्ड्स में बनाया था। यह टेस्ट क्रिकेट में पांचवां न्यूनतम स्कोर है। रिकार्ड न्यूजीलैंड के नाम पर है जिसने 1955 में इंग्लैंड के खिलाफ आकलैंड में 26 रन बनाये थे।
ऐसे में यह अनुमान है कि रोमांचक हो रहा यह मैच चौथे दिन तो क्या तीसरे दिन ही खत्म हो सकते है। भारत को अगर थोड़ी भी वापसी करनी है तो ऑस्ट्रेलिया को लगातार शुरुआती झटके देने होंगेे लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि मैच ऑस्ट्रेलिया की पकड़ में है।
डिनर ब्रेक से पहले ऑस्ट्रेलिया ने 5 ओवर में बिना विकेट खोए 15 रन बना लिए है। अब मेजबान को जीत के लिए महज 75 रनों की दरकार है।(वेबदुनिया डेस्क)